बिछड़ी अर्ध विक्षिप्त महिला का घर ढूंढ लिया सोशल मिडिया ने

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  • बस्तर पुलिस ने असहाय घूम रही महिला को परिजनों तक पहुंचाया
  • बालोद जिले के खुरसुनी गांव की रहने वाली है महिला

जगदलपुर सोशल मीडिया बड़े काम की चीज है। इंसान इसका सही ढंग से उपयोग करे, तो असंभव से लगने वाले कार्य भी चुटकी बजाते हल हो जाते हैं। वहीं इसका दुरूपयोग किसी की जिंदगी में आग लगा सकता है, बसे बसाए घर को उजाड़ सकता है। सोशल मीडिया ने बस्तर पुलिस की एक बड़ी परेशानी दूर कर दी और परिवार से बिछड़कर जगदलपुर पहुंच गई एक अर्ध विक्षिप्त महिला को उसके परिजनों तक पहुंचाने में मदद की।

हाटगुड़ा में सुनसान जगह पर करीब 30 वर्ष की एक महिला थाना कोतवाली को सूचना प्राप्त हुआ किगुमसुम सी बैठी हुई थी। वह किसी से बात नहीं कर रही थी, लेकिन काफी परेशान सी लग रही थी। बस्ती के किसी शख्स ने बस्तर पुलिस की डायल-112 सेवा को इस बाबत जानकारी दी। डायल-112 की पुलिस टीम तुरंत बताए गए स्थान पर पहुंच गई। महिला को पुलिस अपने साथ थाना ले आई। पूछताछ करने पर महिला अपना नाम पता सही ढंग से नहीं बता पाई। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से महिला को वन स्टाप सखी सेंटर जगदलपुर में भेज दिया। वहां उसकी काउन्सलिंग की गई। मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण महिला अपना सही नाम व पता नहीं बता पा रही थी। वह कुछ गांवों के नाम जरूर लेती रही। महिला ने जिन जगहों के नाम बताए, उसके आधार पर पहचान हेतु अलग-अगल थानों में वाट्सएप के माध्यम से उसकी फोटो भेजकर तस्दीक कराई गई। सोशल मीडिया के इस प्लेटफार्म के जरिए पता चला कि महिला का नाम किरण उर्फ चंद्रवती निषाद है और वह बालोद जिले के अर्जुन्दा थाना अंतर्गत ग्राम खुरसुनी की निवासी है। संपर्क करने महिला के परिजनों ने साधन न होने के कारण जगदलपुर पहुंचने में असमर्थता जताई। पुलिस ने महिला को घर भेजने की व्यवस्था की। उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाॅल के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के पर्यवेक्षण में निरीक्षक एमन साहू ने महिला थाना स्टाफ के साथ किरण निषाद को ग्राम खुरसुनी भेजा। वहां ग्राम प्रमुखों एवं ग्रामीणों के समक्ष महिला को परिजनों के सुपुर्द किया गया। खुरसुनी के ग्रामीणों ने बस्तर पुलिस को धन्यवाद ज्ञापित किया।