धान खरीदी केंद्र प्रभारी के खिलाफ अब होगी कार्रवाई

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  • कलेक्टर ने सहकारी बैंक के सीईओ को दिए कार्रवाई के निर्देश
  • मामला छोटे देवड़ा धान खरीदी केंद्र में हुई गफलतबाजी का
  • केंद्र प्रभारी ने फर्जीवाड़ा कर खरीदा था 50 क्विंटल बाहरी धान

जगदलपुर अपने पिता की ऋण पुस्तिका की आड़ में कोचिया का धान समर्थन मूल्य पर खरीदने वाले बकावंड विकासखंड के छोटे देवड़ा धान खरीदी केंद्र प्रभारी पर अब गाज गिरने वाली है। खरीदी केंद्र प्रभारी कैलाश कश्यप के खिलाफ कार्रवाई करने बस्तर कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए जिला सहकारी बैंक के सीईओ को निर्देश दिए हैं।


उक्त जानकारी खाद्य नियंत्रक घनश्याम राठौर ने दी। कृषि उपज मंडी को भी पत्र जारी कर मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई को लेकर पत्र भेजा गया है। ज्ञातव्य हो कि कोचियों पर नकेल कसने जिला प्रशासन द्वारा विशेष टीम गठित की गई है, जो दीगर प्रांतों धान की आवक पर नजर रख रही है। सीमावर्ती राज्य से धान की आवक रोकने के लिए नाकेबंदी और कार्रवाई करने राजस्व एवं अन्य विभागों के कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं दूसरी ओर धान खरीदी केंद्र प्रभारी ही व्यवस्था में सेंधमारी करने में लगे हैं। इसका खुलासा छोटेदेवड़ा धान खरीदी केंद्र में हुआ है। खरीदी केंद्र प्रभारी कैलाश कश्यप ने खरीदी दस्तावेज में अपने पिता शोभाराम के पट्टे का उल्लेख कर धान बिक्री के लिए लेकर 1 दिसंबर को टोकने जारी किया था और 2 दिसंबर को 50 क्विंटल धान उक्त पट्टे पर केंद्र में बेचा गया था। यह धान सीमावती राज्य उड़ीसा से मंगाकर बेचने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया था। यह आरोप जांच में सही पाया गया।
कार्रवाई के लिए सीईओ को भेजा पत्र
खाद्य नियंत्रक घनश्याम राठौर ने धान खरीदी में हुए गफलत के मामले को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि जांच प्रतिवेदन प्राप्त हो गया है। इस प्रतिवेदन के आधार पर मंडी सचिव को भी मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई करने हेतु पत्र भेजा गया है। उन्होंने बताया कि छोटे देवड़ा के धान खरीदी केंद्र प्रभारी कैलाश कश्यप के खिलाफ कार्रवाई को करने कलेक्टर चंदन कुमार के हस्ताक्षर से जिला सहकारी बैंक जगदलपुर के सीईओ को दो दिन पूर्व पत्र भेजा जा चुका है।
गेंद अब सीईओ के पाले में छोटेदेवड़ा के धान खरीदी केंद्र प्रभारी द्वारा कोचिया का धान खरीदे जाने का मामला जांच में सही पाया गया है। आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को जिला प्रशासन द्वारा पत्र जारी किया जा चुका है। कार्रवाई को लेकर अब सहकारी बैंक के सीईओ के पाले में मामला है।