राहुल गांधी के कदम से कदम मिलाने निकल पड़े सांसद बैज

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  • भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने श्रीनगर रवाना हुए बस्तर सांसद
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दूत बनकर यात्रा में शामिल होंगे दीपक बैज

अर्जुन झा-

जगदलपुर बस्तर के सांसद दीपक बैज कांग्रेस संगठन और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दिए जाने वाले हर टास्क को पूरा करने में कोई कसर बाकी नहीं रखते। वे स्वतः भी पार्टी संगठन की हर गतिविधि में भागीदारी देने तत्पर रहते हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के विभिन्न चरणों में बैज भाग ले चुके हैं। अब वे भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम पड़ाव में भी हिस्सा बनने के लिए श्रीनगर रवाना हो चुके हैं। बस्तर सांसद दीपक बैज शनिवार को स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर से श्रीनगर भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए श्रीनगर निकल पड़े। ज्ञात हो की भारत जोड़ो पदयात्रा अपने अंतिम पड़ाव पर है। इससे पूर्व सांसद श्री बैज राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा की शुरुआत में कन्याकुमारी व चंडीगढ़ में शामिल हो चुके हैं। अब वे यात्रा के अंतिम पड़ाव जम्मू कश्मीर में राहुल गांधी के साथ कदम से कदम मिलाने निकल पड़े हैं। उनके साथ लोहंडीगुड़ा के जनपद अध्यक्ष महेश कश्यप भी श्रीनगर रवाना हुए। उल्लेखनीय है कि बस्तर के युवा सांसद दीपक बैज पार्टी संगठन से जुड़े हर कार्य को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हैं। भानुप्रतापपुर के उप चुनाव में बैज ने पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए कड़ी मेहनत की थी। जगदलपुर के विधायक एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने भी इस उप चुनाव में उल्लेखनीय भूमिका निभाई थी। यही नहीं बैज प्रदेश की कांग्रेस सरकार की योजनाओं और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन हितैषी कार्यक्रमों को जन जन तक पहुंचाने के लिए भी सतत काम करते रहते हैं। बस्तर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दौरा प्रस्तावित हो और सांसद बैज हाथ पे हाथ धरे घर पर बैठे रहें, ऐसा कतई मुमकिन नहीं है। बैज मुख्यमंत्री के हर बस्तर दौरे को सफल बनाने के लिए जी जान से जुट जाते हैं। बीते 25 जनवरी को हुए मुख्यमंत्री के जगदलपुर और बकावंड ब्लॉक के ग्राम गिरोला में हुए प्रवास को भी ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बनाने में सांसद बैज ने जो सक्रियता दिखाई थी, वह किसी से छुपी नहीं है। उन्होंने संभाग स्तरीय छात्रावासी छात्र सम्मेलन को यादगार बना दिया। इसमें लगभग दो हजार विद्यार्थी जुटे थे। मुख्यमंत्री बघेल भी विद्यार्थियों के उत्साह को देख आल्हादित हो उठे थे। छात्र सम्मेलन की तैयारी में सांसद बैज पखवाड़े भर पहले से ही जुट गए थे। उन्होंने आयोजन को सफल बनाने के लिए दिन रात एक कर दिया था। बैज ने स्वयं छात्रावास में रहकर पढ़ाई की है। उस दौर में वे छात्रसंघ थे और तब बीस साल पहले भी उन्होंने ऐसा ही छात्र सम्मेलन आयोजित कराया था। दो दशक बाद श्री बैज के नेतृत्व में पुनः हुआ छात्र सम्मेलन पूरी तरह सफल रहा।

संसद में भी गूंजती है बैज की दहाड़

लोकसभा में भी बस्तर के यंग टाइगर सांसद दीपक बैज की दहाड़ अक्सर सुनाई देती है। सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में कटौती के विरोध में और महारा जाति को अनुसूचित जाति में शामिल कराने की मांग को लेकर सांसद दीपक बैज दमदारी के साथ आवाज उठा चुके हैं। जगदलपुर ऐरोड्रम से फ्लाईट की संख्या बढ़ाने के लिए बैज का संघर्ष सदैव याद रहेगा। जगदलपुर – रायपुर नेशनल हाईवे के जगदलपुर से धमतरी तक के हिस्से को फोरलेन में तब्दील कराने के साथ ही कोंडागांव नारायणपुर सड़क तथा कुछ अन्य अंदरूनी सड़कों के उन्नयन की स्वीकृति सांसद श्री बैज की कोशिशों के दम पर ही मिली है। नगरनार इस्पात संयंत्र के निजीकरण का सांसद बैज संसद में यह कहते हुए पुरजोर कर चुके हैं कि इस तरह के उपक्रमों के निजीकरण से आरक्षण की व्यवस्था बेमानी है। निजी क्षेत्र में अजा अजजा वर्ग के बेरोजगारों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता। बैज ने सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र के और सरकारी उपक्रमों के निजीकरण से प्रतीत होता है कि केंद्र सरकार आरक्षण की व्यवस्था को समाप्त करने पर आमादा है।