- घटना दु:खद बीजापुर दंतेवाड़ा बस्तर में दर्जनों भाजपाईयों ने भी गंवाई जान
- राजनीति का दीपक बुझने से पहले भभक रही
जगदलपुर बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर के प्रवक्ता और आईटी सेल सोशल मीडिया प्रभारी योगेश पानीग्राही ने भाजपाईयों के जगदलपुर मुख्यालय सहित अन्य क्षेत्रों में प्रदर्शन को घड़ियाली आंसू बताया है और कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की लाश पर राजनीति करने से भी कुर्सी नसीब नहीं होने की बात कही है। पानीग्राही ने कहा कि माओवाद नक्सलवाद का दंश वर्षों से बस्तर की जनता ने झेला है और रमनसिंह शासनकाल में बस्तर,बीजापुर, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, सुकमा व दंतेवाड़ा में दर्जनों भाजपाईयों की नक्सलियों ने जान ली ,उस दौरान भाजपा के शीर्ष नेताओं द्वारा सत्ता की मलाई खाने में व्यस्त थे। नक्सलवादी घटनाओं पर रोने वाले यह बताओ कि घटनाक्रम क्या पार्टी पूछकर होती है। कांग्रेस पार्टी से सैकड़ों तो भाजपा से भी दर्जनों कार्यकर्ता की मौत पूर्ववर्ती शासनकाल में हुआ है। श्री पानीग्राही ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में भाजपाई दीपक भभक रहा है और नक्सली घटनाओं की आड़ में राजनीति करने का हश्र पिछली विधानसभा चुनाव में देख चुके हैं, आगे भी यही हश्र जनता करेगी पानीग्राही ने तानसेन कश्यप, जगदीश कोंड्रा,पांडुराम नाग,महेश पुजारी, शिवदयाल तोमर सहित अनगिनत लोगों की मौत रमनसिंह शासनकाल में हुआ था या राजनीति के लिए इनकी हत्या हुई थी। पूर्व मुख्यमंत्री रमनसिंह, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा व पूर्व विधायक संतोष बाफना स्पष्ट करें और पूर्व मंत्री लता उसेंडी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके घर में नक्सलियों ने गोली चलाई थी या यह भी पूर्ववर्ती रमनसिंह सरकार ने राजनीतिक बदलाव लेने किया था।