- सुरक्षा बलों के हाथों सन 2018 से अब तक मारे गए 228 नक्सली
- इस अवधि के दरिम्यान नक्सली हिंसा में 175 जवान शहीद हुए और 354 नागरिकों की गई जान
बस्तर सांसद दीपक बैज ने छत्तीसगढ़ में पांच साल के दौरान हुई नक्सली घटनाओं तथा इन घटनाओं में मारे गए नक्सलियों, नागरिकों और शहीद हुए जवानों का ब्यौरा केंद्र सरकार से लोकसभा में मांगा। सरकार की ओर से जवाब दिया गया कि पांच वर्ष में 354 नागरिक और 228 नक्सली मारे गए तथा विभिन्न सुरक्षा बलों के 175 जवान शहीद हुए।बस्तर के सांसद दीपक बैज ने लोकसभा में अतारांकित प्रश्न के जरिए लोकसभा में सरकार से जानना चाहा कि पिछले पांच सालों के दौरान छत्तीसगढ़ में कितनी नक्सली वारदातें हुईं तथा इन वारदातों में कितने जवान शहीद हुए और कितने नक्सली एवं आम नागरिक मारे गए? सरकार की ओर से गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने विस्तृत ब्यौरा दिया। मंत्री राय ने सांसद बैज को बताया कि पांच वर्ष के दौरान वामपंथी उग्रवाद से सुरक्षा की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। सन 2015 में सरकार ने वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए राष्ट्रीय नीति और विशेष कार्ययोजना का अनुमोदन किया। इस राष्ट्रीय नीति में बहु आयमी रणनीति का समावेश है। इसके तहत सुरक्षा उपाय, विकासपरक पहल, स्थानीय समुदायों के अधिकार सुनिश्चित किए गए हैं।इस नीति के दृढ कार्यान्वयन के परिणाम स्वरूप वामपंथी उग्रवाद ( नक्सली हिंसा ) से जुड़ी हिंसक घटनाओं में निरंतर कमी आई है। नक्सली हिंसा की घटनाओं में सन 2010 के उच्च स्तर की तुलना में सन 2022 में 77 प्रतिशत की कमी आई है। दस वर्ष की इस अवधि में सुरक्षा जवानों और नागरिकों की मौतों में 90 प्रतिशत की कमी सन 2022 में आई है। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने सांसद दीपक बैज के प्रश्न के जवाब में बताया कि छत्तीसगढ़ में सन 2018 में नक्सली हिंसा की 275 घटनाएं हुईं, सुरक्षा बलों ने 117 कार्रवाइयां कीं। नक्सली हिंसा में 98 नागरिक मारे गए और 55 जवान शहीद हुए। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 125 नक्सली मारे गए।2019 में 182 नक्सली हिंसक घटनाएं हुईं, सुरक्षा बलों ने 81 कार्रवाई की, जिसमें 79 नक्सली मारे गए। नक्सली हमलों में 22 जवान शहीद हुए तथा 55 नागरिक मारे गए। वर्ष 2020 में 241 नक्सली वारदातें हुईं, जिसमें 36 जवान शहीद हुए और 75 नागरिक मारे गए। सुरक्षा बलों द्वारा की गई 74 जवाबी कार्रवाई में 44 नक्सली मारे गए। वर्ष 2021 में नक्सली हिंसा की 188 घटनाएं हुईं, जिनमें 45 जवान शहीद हुए और 65 नागरिक मारे गए। सुरक्षा बलों की 67 कार्रवाई में 48 नक्सली मारे गए। सन 2022 में हुई नक्सली हिंसा की 246घटनाओं में 51 नागरिक मारे गए और दस जवान शहीद हुए। सुरक्षा बलों की 59 कार्रवाई में 31 नक्सली मारे गए। इसी तरह सन 2023 में 28 फरवरी तक हुई नक्सली हिंसा की 37 घटनाओं में 10 नागरिक मारे गए और 7 जवान शहीद हुए। जबकि सुरक्षा बलों की चार कार्रवाई में एक नक्सली मारा गया।