आप सभी को मालूम होगा कि जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ के नेतृत्व में IOC राजहरा के सभी BEML ठेका श्रमिको ने सितम्बर 2019 को आंदोलन किया था कि उन्हें उनके काम के अनुरूप (work of nature) के अनुसार वेतन भुगतान किया जाए। और यह मामला तत्तकालीन जिला कलेक्टर महोदया रानू साहू जी के मार्गदर्शन पर लेवर कोर्ट रायपुर भेजा गया जन्हा से दिनाँक 04/08/22 को फैसला ठेका श्रमिको के पक्ष में आया पर लेवर कोर्ट के आदेश को अभी तक BSP और BEML प्रबन्धन क्यो नही मान रही ये सोचने का विषय है, *यह बहुत ही गम्भीर विषय है की पहले अपने सम्मान (हक अधिकार) के लिये आंदोलन करो (लड़ो) फिर न्यायालय से जितो, फिर उस जीत (न्यायालय के आदेश) को जमीन पर लागू करने के लिए भूख हड़ताल करो। क्या सही में कोर्ट के आदेश का पालन हो रहा है। ठेका श्रमिको के पैसे से BSP के घूसखोर अधिकारी व घूसखोर यूनियन के नेता अपना महल तो बनाना नही चाहते है,
क्योकि यह आदेश जितना लेट से लागू होगा उतना कम दिनों का रोजी ठेका श्रमिको को देना होगा। आज दिनाँक 11/03/2023 भूख हड़ताल का 11व दिन और धरना प्रदर्शन का 34व दिन है, पर अभी तक प्रबन्धन की ओर से कोई भी सकारत्मक पहल नही हुआ है, और नही कोई बैठक आंदोलनकारियों के साथ हुई है। जबकि भूख हड़ताल पर बैठे जन मुक्ति मोर्चा के साथियो दिन ब दिन स्वास्थ में भारी गिरावट आ रहा है अभी 09 लोग भूख हड़ताल पर बैठ चुके है सर्व प्रथम दिनाँक 01/03/2023 से कॉ.सतीश कुमार, कॉ. मिलाप सिंह, कॉ.गुमान सिंह भुख हड़ताल पर बैठे फिर दिनाँक 05/03/2023 को सुबह 11 बजे जब तीनो साथियो का स्वास्थ्य ज्यादा खराब हुआ तो स्थानीय प्रशासन तहसीलदार जी व थाना प्रभारी के निवेदन पर तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनके स्थान पर दिनाँक 05/03/2023 को दोपहर 12 से 01 बजे के बीच कॉ.भागीरथी, कॉ.गौतम कोठारी, और कॉमरेड महेश कोला ने उनका स्थान ले कर आंदोलन को जारी रखा और जब दिनाँक 09/03/2023 को साम 04-05 बजे के आस पास जब ये तीनों साथियों का तबियत बिगड़ा तो फिर स्थानीय थाना प्रभारी के निवेदन पर तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, और उनके स्थान पर 09/03/2023 से साम 06 बजे से कॉ. बली राम यादव, कॉ. पुसाउ राम साहू, कॉ.तरुण उर्वशा ने उनका साथ लेते हुए इस भूख हड़ताल के आंदोलन को आगे जारी रखे हुए है। दिनाँक 01/03/23 को आंदोलन के 24वे दिन चल रहे आंदोलन को नया रूप देते हुए अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन को अनिश्चित कालीन भूख का रूप जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ द्वारा दिया गया। जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ के प्रमुख रूप से ये तीन मांगे है।1.उपमुख्य श्रमायुक्त (केंद्रीय) रायपुर, दिनाँक 04/08/22 के आदेश को लागू किया जाए।।2. BEML के सभी ठेका श्रमिको को कार्य के अनुसार वर्गीकरण कर वेतन भुगतान किया जाय। 3. श्रम मंत्रालय के आदेशानुसार दिनाँक 01/04/2021 से IOC राजहरा (राजहरा के खदान में कर्यरत) सभी ठेका श्रमिको को एरियर्स का भुगतान किया जाय। यही तीनों मांगो को लेकरजन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ के द्वारा माइंस ऑफिस गेट के पास भूख हड़ताल कर अपनी जायज मांगो की ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयाश कर रहे है।
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