दल्लीराजहरा – कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है. सबसे बड़ी चिंता ये है कि कोरोना की कोई वैक्सीन अब तक नहीं बन पाई है. कुछ मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बेहतर रिजल्ट भी देखने को मिले हैं |
डीबी ग्रूप के लिए बहुत हर्ष का विषय है कि उनके सदस्य द्वारा अभी हाल ही में एक कोरोना मरीज को प्लाज्मा डोनेट किया गया | वह मरीज ताराचंद देवांगन जिन्हें प्लाज्मा की आवश्यकता थी दल्लीराजहरा के डीबी ग्रूप के सदस्य आकाश मिश्रा जी के द्वारा वी केयर हॉस्पिटल बालकों में प्लाज्मा डोनेट किया गया |
कोरोना से ठीक हुए मरीज के प्लाज्मा और आम इंसान के प्लाज्मा में फर्क ये होता है कि जब मरीज कोरोना से ठीक हो जाता है उसमें एंटीबॉडी बनते हैं. यही एंटीबॉडी दूसरे कोरोना संक्रमित के काम आते हैं, जो वायरस को नष्ट करते हैं. जब कोरोना संक्रमित रहे शख्स से ब्लड लिया जाता है तो मशीन से फिल्टर कर ब्लड से प्लाज्मा, रेड ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स को अलग कर लिया जाता है. रेड ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स उसी व्यक्ति के शरीर में वापस डाल दिया जाता है, जिसने प्लाज्मा दान किया और प्लाज्मा स्टोर कर लिया जाता है.