- डेंगू दिवस पर निकली जागरुकता रैली, चिलचिलाती धूप में पैदल निकल पड़े बस्तर के कलेक्टर
जगदलपुर डेंगू और मलेरिया के खिलाफ बस्तर के नए कलेक्टर विजय दयाराम के. ने जंग का आगाज कर दिया है। मंगलवार को शहर में मच्छरजनित इन रोगों के खिलाफ जन जागरण के लिए रैली निकाली गई। रैली में कलेक्टर स्वयं शामिल हुए और चिलचिलाती धूप में भी वे रैली में शामिल लोगों के साथ पैदल चलते रहे।राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर जगदलपुर में डेंगू की रोकथाम के लिए जागरूकता रैली निकाली गई। कलेक्टर विजय दयाराम के ने रैली को दंतेश्वरी मंदिर प्रांगण से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कलेक्टर ने नेतृत्व में निकली यह रैली गुरु नानक चौक, संजय बाजार, पनामा चौक, हाता ग्राउंड, गोल बाजार चौक, सिरहासार चौक होती हुई वापस दंतेश्वरी मंदिर प्रांगण पहुंची।
कलेक्टर विजय दयाराम के भी रैली में शामिल हुए और अन्य लोगों के साथ पैदल चलते नजर आए। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि डेंगू की रोकथाम का सबसे अच्छा उपाय है कि इसको फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को पनपने ही न दिया जाए। डेंगू लार्वा यदि नहीं पनपेंगे, तो कोई इस रोग का शिकार भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कई दिनों तक लगातार हुई बारिश के बाद अभी तेज धूप पड़ रही है। यह मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल माहौल है। उन्होंने कहा कि इस रैली के माध्यम से लोगों को ठहरे हुए पानी को फेंकने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कूलर, गमले और टायरों में रखे पानी में डेंगू मच्छरों के लार्वा आसानी से पनपते हैं, इसलिए इनमें रखे पानी को समय समय पर फेंकना जरूरी है। उन्होंने घरों और कार्यालयों में साफ सफाई रखने के लिए भी लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि बुखार, उल्टी, दस्त, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, बदन दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, सुस्ती, थकान, जी मिचलाना आदि डेंगू के लक्षण हैं तथा ऐसे लक्षण दिखने पर तत्काल जांच करवाएं। आपके परिचितों को भी यदि ऐसे लक्षण दिखें तो उन्हें तत्काल जांच की सलाह दें। नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए आयोजित इस जागरूकता रैली की सराहना की। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रकाश सर्वे, अपर कलेक्टर हरेश मंडावी, संयुक्त कलेक्टर आस्था राजपूत, अनुविभागीय दंडाधिकारी नंदकुमार चौबे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके चतुर्वेदी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, मितानिन, युवोदय के स्वयं सेवक, रेडक्रॉस, दलपत बचाओ अभियान सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के सदस्य मौजूद थे।