बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए अच्छे से प्रशिक्षित होना जरूरी

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  • स्वामी आत्मानंद स्कूलों के लैब सहायकों के प्रशिक्षण में कहा कलेक्टर विजय दयाराम के. ने

जगदलपुर कलेक्टर विजय दयाराम के. ने कहा है कि बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त करना आवश्यक है। कलेक्टर ने 24 मई को जगदलपुर स्थित जगतू माहरा शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जगदलपुर में आयोजित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रयोगशाला सहायकों को प्रयोग शालाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए दिए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम में यह बात कही।कलेक्टर विजय दयाराम के. ने कहा कि विज्ञान के विद्यार्थियों को दी जाने वाली सैद्धांतिक शिक्षा के बाद उनके मन में पैदा होने वाली जिज्ञासा को शांत करने के लिए प्रायोगिक शिक्षा भी बहुत जरूरी है।

विजय ने कहा कि वैज्ञानिक चेतना एवं जिज्ञासा तभी जागृत होगी, जब विद्यार्थी स्वयं निरंतर प्रयोग करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को एक दिन सैद्धांतिक पाठ पढ़ाने के दूसरे ही दिन उसका प्रयोग करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा उत्कृष्ट एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए स्वामी आत्मानंद स्कूलों की स्थापना की गई है तथा इसके उद्देश्य की प्राप्ति में किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी। उन्होंने भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान विषयों के लिए अलग-अलग प्रयोगशाला सहायकों को जिम्मेदारी सौंपने के निर्देश दिए। उन्होंने कक्षा नवमीं से लेकर बारहवीं तक सभी प्रयोगों के प्रदर्शन के साथ ही विद्यार्थियों से अभ्यास भी कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि विद्यार्थियों में वैज्ञानिक जिज्ञासा के लिए प्रयोगशाला से जुड़ाव जरूरी है तथा प्रयोगशाला प्रबंधन का कार्य प्रयोगशाला सहायकों की जिम्मेदारी है। सभी प्रयोगशाला सहायक यहां दिए जा रहे प्रशिक्षण का लाभ लें तथा किसी प्रयोग को ठीक ढंग से नहीं समझ पाने की स्थिति में पुनः प्रशिक्षण प्राप्त करें। उन्होंने सभी प्रयोगशालाओं में आवश्यकता अनुसार उपकरण एवं सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने की जरूरत भी बताई। कलेक्टर ने कहा कि सभी प्रयोगशाला सहायक एक दूसरे से संवाद कर दूसरे विद्यालयों में किए जा रहे प्रयोगों के संबंध में भी जानकारी साझा करें तथा एक दूसरे से सीखने का प्रयास भी करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रयोगशाला सहायक यहां बेहतर प्रशिक्षण लेकर स्वयं को श्रेष्ठ प्रशिक्षक के तौर पर तैयार करें, ताकि वे अधिक से अधिक विद्यार्थियों के बेहतर प्रायोगिक प्रशिक्षण में सहयोग कर सकें। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान, संस्थान के प्राचार्य बीएस रामकुमार सहित प्रयोगशाला प्रशिक्षक एवं प्रशिक्षु प्रयोगशाला सहायक उपस्थित थे।