- जिस सड़क की निविदा जारी हो चुकी है, उसके लिए दे रहे हैं धरना
- विधायक ने भाजपा पर लगाया झूठा प्रलाप करने का आरोप
जगदलपुर संसदीय सचिव व विधायक जगदलपुर रेखचंद जैन ने कहा है कि बस्तर में मुद्दाविहीन हो चुकी भाजपा झूठा प्रलाप कर रही है। एनएच से नगरनार तक जाने वाली जिस सड़क के लिए धरना देकर जनता को बरगलाने की कोशिश भाजपा नेता कर रहे हैं, उसके लिए प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है और टेंडर भी जारी हो चुका है। विधायक जैन ने कहा है कि भाजपा का धरना-प्रदर्शन महज राजनैतिक ड्रामा है। स्वीकृत सड़क के लिए धरना प्रदर्शन करना केवल जनता के बीच भ्रम फैलाना और राजनीतिक नौटंकी करना है। जनता इसे समझ चुकी है। विधायक ने कहा कि शनिवार को पूर्व विधायक- महापौर व अन्य भाजपा नेताओं ने धरना- प्रदर्शन किया था, जबकि उनके जैन ) प्रयास से इस मार्ग के निर्माण के लिए 24 मई 2023 को ही प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है। इसका टेंडर भी जारी हो चुका है। विधायक जैन ने कहा है कि 15 साल के भाजपा शासन में महज तकनीकी स्वीकृति लेकर काम का ढिंढोरा पीटा जाता था। भाजपा सरकार इन सड़कों के लिए प्रशासकीय स्वीकृति नहीं देती थी।
ऐसे ही अनेक कार्यों का ढिंढोरा पीटते कतिपय पूर्व जनप्रतिनिधि घूम रहे हैं। रेखचंद जैन ने बताया कि मंत्रालय द्वारा पत्र क्रमांक 2443/एफ 2-3/22-2/2023, 24 मई 2023 के पत्र में उक्त सड़क के नव निर्माण हेतु 1210.06 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग 43 से माड़पाल, नगरनार होते हुए भेजापदर मार्ग का नवनिर्माण किया जाना है। इसके अलावा, जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के तीन और मार्गों एनएच 43 से चोकावाड़ा स्कूलपारा लागत 166.16 लाख, सरगीपाल ग्रामीण आवास प्लाट से सरगीपाल ग्रामीण तक लागत 164.69 लाख एवं एनएच 43 से स्कूलपारा जीरागांव तक लागत 252.77 लाख रुपए के नवनिर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन समस्त कार्यों की टेंडर प्रक्रिया जारी है। इन मार्गो का निर्माण कार्य जल्द ही आरंभ हो जाएगा। संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर ग्रामीण सड़कों के निर्माण के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है। स्वीकृत सड़कों के लिए भाजपा का धरना-प्रदर्शन महज राजनैतिक ड्रामा है। हमारी सरकार में ग्रामीण क्षेत्रों कई जितनी सड़कों का नवनिर्माण एवं नवीकरणीय हुआ है, उतना तो भाजपा के 15 सालों में नहीं हुआ था और भाजपा के स्थानीय नेताओं को यह पच नहीं रहा है। आज भाजपा के नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए इस तरह की राजनीतिक ड्रामेबाजी कर रहे हैं।