डायरिया से बच्चों की जान बचाने के लिए जुटा स्वास्थ्य महकमा

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  • जगदलपुर में डायरिया नियंत्रण पखवाड़े का हुआ शुभारंम
  • आंगनबाड़ी केंद्रों में और मितानिनों को उपलब्ध कराई गई दवाइयां

जगदलपुर बस्तर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में डायरिया से शिशुओं की होने वाली मृत्यु पर रोकथाम के लिए गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा की शुरुआत 20 जून को रविंद्रनाथ टैगोर वार्ड के आंगनवाड़ी केंद्र-1 नया मुंडा जगदलपुर में की गई। शहरी कार्यक्रम प्रबंधक संजीव दुबे ने बताया कि डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा 20 जून से 4 जुलाई तक चलेगा। इस हेतु शहरी क्षेत्र में पूरी तैयारी की जा चुकी है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों में और मितानिनों के पास ओआरएस तथा जिंक टेबलेट्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गई हैं। एएनएम रजनी मालगांवकर ने हाथ धोने की विधियों जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं बच्चों को दी। शहरी महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी अर्चना सैमसन ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में ओआरटी कॉर्नर खोलने हेतु निर्देशित किया। साथ ही डायरिया में ओआरएसऔर जिंक टेबलेट के इस्तेमाल के बारे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व मितानिनों को जानकारी दी। इस मौके पर प्रमुख रूप से रविंद्र नाथ टैगोर वार्ड के पार्षद अनिता नाग, पर्यवेक्षक संध्या सिंह, निशा पांडे, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुमारी यादव, मनीषा, मीना जॉन, निर्मला चौधरी, मीना रंगारी, नीलम, गीता यादव, मोहनी प्रजापति, ममता, वार्ड के मितानिनों के अलावा स्वास्थ्य विभाग से नरेश मरकाम, प्रशांत श्रीवास्तव एवं मोहन उपस्थित थे।