मुर्दों के हक में भी डाका डालने से बाज नहीं आ रहे हैं भ्रष्टाचारी

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  • मुक्तिधाम के शेड निर्माण में खेल कर रहे हैं सरपंच और सचिव
  • फरसीगाव में 2 लाख की लागत से बनाया जा रहा है मुक्तिधाम का शेड

बकावंड विकासखंड बकावंड की ग्राम पंचायत फरसीगाव के ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव पर मुक्तिधाम के शेड निर्माण की राशि की अफरा तफरी करने का आरोप लगाया है। यहां पदस्थ पंचायत सचिव ओंकार गागड़ा के पास दो ग्राम पंचायतों का प्रभार है और दोनों ही पंचायतों में वह इसी तरह के घटिया कार्यों को अंजाम देता आ रहे हैं। ग्राम पंचायत फरसीगांव के श्मशान घाट में शव जलाने के लिए बनाए जा रहे शेड का कार्य एक वर्ष से अधूरा पड़ा है। इस संबंध में पूछे जाने पर सरपंच ने कोई जवाब नहीं दिया। बताया गया है कि श्मशान घाट में शेड बनाने के लिए जो कॉलम खड़े किए गए हैं, उनमें घटिया स्तर के लोहे की छड़ों का उपयोग किया गया है। शेड निर्माण के लिए दो लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं, मगर महज छह सात कॉलम खड़े कर शेष काम रोक दिया गया है। नींव भी मजबूत नहीं बनाई गई है। फ्लोरिंग नहीं कराई गई है न ही छत बनाई गई है। सालभर से यह ढांचा यूं ही खड़ा है और लगातार जर्जर होता जा रहा है। शवों की अंत्येष्टि करने हेतु पहुंचने वाले लोगों के बैठने के लिए प्लेटफार्म बनाया ही नहीं जा रहा है। ढांचा खड़े करने में बमुश्किल 25 – 30 हजार रुपए ही खर्च हुए होंगे और शेष राशि की बंदरबांट कर ली गई है। बारिश के इस मौसम में शवों के अंतिम संस्कार में ग्रामीणों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बरसते पानी में शवों का दाह संस्कार ढंग से हो नहीं पाता। शेड के अधूरे निर्माण और किए गए भ्रष्टाचार से ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। अपनी करतूत को छुपाने के लिए सरपंच और सचिव ने निर्माण स्थल पर सूचना पटल भी नहीं लगवाया है। ग्रामीणों ने मुर्दों के हक में डाका डालने वाले सरपंच एवं सचिव के खिलाफ कार्रवाई करने तथा शेड का निर्माण जल्द पूरा कराने की मांग बकावंड जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसएस मंडावी से की है। वहीं सीईओ मंडावी ने कहा है कि शेड का काम उनके कार्यकाल में स्वीकृत नहीं हुआ है, फिर भी इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।

वर्सन

जल्द करेंगे कार्य का निरीक्षण

फरसीगांव के मुक्तिधाम में शेड निर्माण में गड़बड़ी की जांच और स्थल निरीक्षण जल्द किया जाएगा। अनियमितता पाई गई, तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा।