हिंदू धर्म कभी किसी धर्म पर आघात नहीं करता लेकिन धर्मांतरण के द्वारा एवं कुछ विधर्मी अपने दुष्प्रचार के द्वारा हमें जागृत होकर एकजुट होने एवं इनको जवाब देने के लिए विवश कर रहे हैं हिंदू तैयार रहें
आज पाटेश्वर धाम जिला बालोद छत्तीसगढ़ के संत प्रखर प्रवक्ता राम बालक दास जी ने जसपुर जिला के दुलदुला में आयोजित 15000 से भी अधिक संख्या में उपस्थित जन समाज को अपनी ओजस्वी वाणी से संबोधित किया चराईडाड के स्वयंभू शिवलिंग मंदिर से करीब 15000 से 20000 वनवासी गिरी वासी सर्व समाज के बंधुओं एवं माताओं ने हाथों में भगवा ध्वज लेकर धर्मांतरण एवं जसपुर जिला में हो रहे गौ तस्करी के खिलाफ 10 किलोमीटर की अद्भुत पदयात्रा निकाली जिसमें पाटेश्वर धाम छत्तीसगढ़ के संत राम बालक दास जी भी सम्मिलित हुए रायपुर से प्रदेश के संघ प्रमुख पूर्णेन्दु सक्सैना जी भी इस कार्यक्रम में संत जी के साथ रहे मुख्य मंच का कार्यक्रम दुलदुला में रखा गया जहां 15000 की संख्या में उपस्थित जनसमुदाय को पूर्णेन्दु सक्सैना जी ने आवाहन किया की अब हम अन्याय नहीं सहेंगे और मिलकर और डटकर हमारे हिंदू समुदाय के ऊपर होने वाले अन्याय का जवाब देंगे जशपुर जिला के वरिष्ठ एवं वयोवृद्ध कार्यकर्ता कलेश्वर सिंह जी ने वृत्त प्रस्तुत करते हुए बताया कि केवल 1 साल के अंदर जसपुर जिला में सात जगह गौ माता की हत्या
की गई और सामूहिक बलात्कार ,हत्या ,जैसे कार्यों को इन विधर्मीयों ने अंजाम दिया गौ तस्करी भी अपने चरम सीमा पर है पर पुलिस प्रशासन एवं शासन महज दो-तीन दिन की कार्यवाही कर के इन दुराचारियों को रिहा कर देती है अतः अब समाज को ही आगे आना होगा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संत श्री राम बालक दास जी को सुनने के लिए जन समुदाय आतुर थे अंत में संत जी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गायों की रक्षा के लिए हम अपने घरों में गाय पालें स्वयं गोवर्ती बने और जहां भी गौ हत्या गौ तस्करी का कार्य हो हजारों
की संख्या में जाकर विरोध भी करें और कार्यवाही करें धर्मांतरण और लव जिहाद के ऊपर भी संत जी ने तथाकथित लोगों को चेतावनी दी और कहा अब जसपुर जिला का हिन्दूसमाज जाग कर एकजुट हो चुका है आगे एक भी गलत कार्य किया गया तो मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा शास्त्र और शस्त्र की भाषा हमारी संस्कृति है जिसे हमें धारण करना ही होगा संत जी ने वनवासियों और आदिवासियों को हिंदू नहीं हो कहकर भ्रमित करने वाले लोगों को भी आज जवाब दिया और कहा कि आदिवासी वनवासी ही सच्चे हिंदू हैं जिन्होंने आज भी अपनी संस्कृति को जंगलों में बचा कर के रखा हुआ है कार्यक्रम के अंत में विभिन्न समाज से आए समाज प्रमुखों का मंच में सम्मान किया गया |
जय सियाराम जय गौ माता जय गोपाल