- चित्रकोट जलप्रपात से लगाई छलांग, फिर तैरकर आ गई बाहर
जगदलपुर विश्व प्रसिद्ध चित्रकोट वाटर फाल में मंगलवार को एक बड़ी अनहोनी होने से टल गई। मोबाईल फोन में ही व्यस्त रहने के कारण पालकों के डांटने से क्षुब्ध एक युवती ने वाटर फाल से नीचे छलांग लगा दी। कुछ देर तक नदी के गहरे पानी छटपटाते रहने के बाद वह तैर कर बाहर निकल आई। युवती पूरी तरह सुरक्षित है।मंगलवार 18 जुलाई को एक युवती चित्रकोट वाटरफाल के ऊपरी हिस्से में मुख्यधारा के करीब अचानक पहुंची। वहां लगभग तीन मिनट तक वह नीचे जल प्रवाह को निहारती रही। दूसरे सिरे पर मौजूद लोगों को शक हो गया कि युवती के इरादे ठीक नहीं हैं और वह कुछ भी कदम उठा सकती है।
इन लोगों ने आसपास मौजूद अन्य लोगों को आवाज लगानी शुरू कर दी कि दौड़ो – दौड़ो, पकड़ो – पकड़ो। जब तक लोग युवती के करीब पहुंच पाते, उसने दुपट्टे को फेंककर नीचे छलांग लगा दी। वह मुख्य जलधारा के साथ बहती हुई सीधे उफनती नदी में जा गिरी। वह गहराई में समा गई थी, लेकिन कुछ ही क्षणों में वह पानी की सतह पर आकर तैरती हुई किनारे की ओर जाने का प्रयास करने लगी। नदी में मछली पकड़ रहे गोताखोर और मछुआरे उसे बचाने लपके, लेकिन युवती खुद ही तैरती हुई नदी से बाहर आ गई। युवती पूरी तरह सुरक्षित है। चित्रकोट पुलिस ने युवती से पूछताछ की। उसका नाम संतो मौर्य बताया गया है। 18 वर्षया संतो पुजारी पारा चित्रकोट की निवासी है। पुलिस के मुताबिक संतो पूरे समय मोबाईल गेम खेलने और सोशल मीडिया में व्यस्त रहती है। इसी बात को लेकर उसे उसके माता – पिता ने डांट लगा दी थी। इसी बात से क्षुब्ध होकर उसने आत्महत्या के इरादे से वाटर फाल से छलांग लगाई थी।
पर्यटन विभाग ने नहीं किए हैं सुरक्षा प्रबंध
चित्रकोट वाटर फाल छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग के लिए किसी दुधारु गाय से कम नहीं है। इस वाटर फाल की बदौलत पर्यटन विभाग को सालाना करोड़ों की कमाई होती है, लेकिन वहां पर्यटकों की सुरक्षा के लिए विभाग ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं। वाटर फाल से सुरक्षित दूरी बनाए रखने के लिए न तो रेलिंग लगाई गई है, न ही वहां शासकीय स्तर पर गौतखोर नियुक्त किए गए हैं। अगर वाटर फाल का दृश्य निहारने के लिए ऊपर खड़ा कोई व्यक्ति जरा सी भी असावधानी बरतता है, तो वह कई सौ फीट नीचे उफनती नदी में जा गिरेगा। होमगार्ड और पुलिस के जवान भी वहां नजर नहीं आते।