छ्ग के विकास में सिंधी पंचायत की बड़ी भूमिका : रेखचंद जैन

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  • सीएम बघेल ने चेट्रीचंड्र महोत्सव पर दी अवकाश की सौगात
  • सिंधी साहित्य अकादमी व पूज्य सिंधी पंचायत के तत्वावधान में संत कंवरराम के जीवन पर नाटक का मंचन

जगदलपुर शनिवार को शहर के रोटरी हॉल में सिंधी नाटक का मंचन किया गया।छत्तीसग सिंधी साहित्य अकादमी के तत्वावधान में आयोजित यह नाटक संत कंवररामजी के जीवन पर आधारित था। इस अवसर पर मौजूद संसदीय सचिव व जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि सिंधी पंचायत का देश- प्रदेश के आर्थिक व सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। छत्तीसगढ़ के विकास में भी प्रत्येक क्षेत्र में सिंधी समाज का योगदान परिलक्षित होता है। जगदलपुर समेत बस्तर अंचल के संदर्भ में भी यह बात सौ फीसदी सत्य है। श्री जैन ने कहा कि सिंधी समाज का अद्वितीय प्यार उन्हें मिलता रहा है। 2018 में प्रदेश में कांग्रेस सरकार के गठन पश्चात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाज हित में अनेक फैसले किए हैं।

उन्होंने चेट्रीचंड्र महोत्सव पर राज्य सरकार द्वारा अवकाश की घोषणा करने तथा छत्तीसगढ सिंधी साहित्य परिषद की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री का आभार माना। साथ ही अकादमी के लिए पर्याप्त अनुदान की व्यवस्था की। ताकि सामाजिक- सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सके। पूज्य सिंधी पंचायत अध्यक्ष उधाराम मूलचंदानी ने बताया कि सिंधी समाज एवं सिंधी संस्कृति को आगे बढ़ाने के साथ मानवीय व परोपकार करने की भावना वाला आयोजन किया गया। सिंधुड़ीय जो सरताज कंवर सिंधी नाटक के लिए नागपुर से कलाकारों के आगमन की उन्होने जानकारी भी दी। जगदलपुर में पहली बार हुए इस आयोजन के दौरान समाज के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद थे। पूज्य सिंधी पंचायत सहसचिव हरेश नागवानी ने बताया कि सिंधी समाज के लिए इस प्रकार का सामाजिक नाट्य प्रथम बार हुआ।

सिंधी समाज के पदाधिकारियों एवं सदस्यों में उत्सुकता बनी रही। कार्यक्रम उपरांत प्रसाद भंडारा का आयोजन भी किया गया। इसमें सिंधी पंचायत के साथ गुरु संगत गुरुद्वारा कमेटी, सुहिणी सोच महिला टीम, सिंधी नवयुवक मंडल, सेवा समर्पण, जेजेएल टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस दौरान नानक रेलवानी, दिलीप खटवानी, अमर बजाज, राजकुमार पंजवानी, सुंदर भोजवानी, कैलाश दंडवानी, राजकुमार दंडवानी, मदन हसानी, बसंत मेघवानी, संजय नत्थानी, गोवर्धन नवतानी, किशन चंद वासरानी, मनीष मूलचंदानी, गौरनाथ नाग, हेमू उपाध्याय, सूर्या पाणि समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।