कभी व्यवस्थित हो भी पाएगा जगदलपुर का संजय बाजार

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  • शहर के तीनों पौनी पसारी परिसर भी अब तक नहीं हो सके हैं आबाद
  • बाजार की सड़कों के बीच दुकानें लगाकर किया जा रहा है कारोबार

जगदलपुर शहर के लोगों को सब्जियां खरीदने में किसी तरह की परेशानी न हो और एक ही जगह सारी सब्जियां मिल जाएं, इस उद्देश्य से संजय बाजार का निर्माण कराया गया है, लेकिन संजय बाजार स्वयं अव्यवस्था का शिकार हो गया है। अब यह बाजार ग्राहकों के लिए परेशानियों का सबब बन गया है। दुकानदार बीच सड़क पर दुकानें लगा रहे हैं, जिसके कारण बाजार के अंदर आवागमन बाधित हो रहा है। संजय बाजार में ग्राहकों तथा दुकानदारों का सामान लेकर आने वाले वाहनों के आवागमन के लिए चौड़ी सड़कें बनाई गई हैं। दुकानों के बीच भी काफी जगह छोड़ी गई है। दुकानों के सामने फुटपाथ बनाई गई है।

सब्जी व्यवसायियों को बैठने के लिए ऊंचे प्लेटफार्म बनाकर उनके ऊपर शेड लगवाए गए हैं। ताकि बारिश और गर्मी के दिनों में सब्जी व्यवसायियों को कोई परेशानी न हो और लोगों को कीचड़ से सुरक्षित रहकर सब्जियां खरीदने में सहूलियत हो सके। लेकिन अब संजय बाजार पूरी तरह से अव्यवस्थित हो चुका है।सब्जियों तथा अन्य वस्तुओं का व्यवसाय करने वाले लोग सड़कों के बीच दुकानें सजाकर बैठने लगे हैं।उन्हें व्यवस्थापित करने के लिए पौनी पसारी परिसर बनाए गए हैं, लेकिन अब तक ये तीनों पौनी पसारी परिसर आबाद नहीं हो पाए हैं। यहां पर व्यवसायियों को जगह आवंटित किए जा चुके हैं। इसके बावजूद व्यवसायी अब भी रास्तों पर ही बैठकर व्यवसाय कर रहे हैं। बारिश के दिनों में कीचड़ के बीच लोग सब्जी खरीदने को मजबूर हो जाते हैं। वहीं जिन दुकानदारों ने दुकानें ले रखी हैं, वे अपनी अपनी दुकानों के सामने की जगह पर अवैध कब्जा कर दुकानों को आगे तक और दांए बांए भाग में विस्तारित कर लिया है। इसके चलते फुटपाथ के लिए जो जगह छोड़ी गई थी, वह अतिक्रमण का शिकार हो चुकी है। संजय बाजार का प्रवेश द्वार भी व्यवसायियों के अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है। नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा कई बार संजय बाजार को व्यवस्थित करने का प्रयास किया गया, ये कोशिशें कामयाब नहीं हो सकी। कुछ दिनों तक दुकानदार अपनी अपनी जगह पर व्यवसाय करते हैं, इसके बाद फिर से पुराने ढर्रे पर चलने लग जाते हैं। कुछ खास जनप्रतिनिधियों और व्यापारिक संगठनों के दबाव के चलते अधिकारी कड़ी कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं।*बॉक्स**याद आती है कलेक्टर प्रवीर कृष्ण की पहल* व्यवस्था सुधारने के लिए तत्कालीन कलेक्टर प्रवीर कृष्ण ने गोल बाजार की दुकानों को संजय बाजार में स्थानांतरित किया था। उस समय व्यापारियों को परेशानी जरूर हुई थी, लेकिन कलेक्टर ने जनता की सुविधा के लिए संजय बाजार को आबाद करके ही दम लिया था। उसके बाद कुछ दिनों तक व्यवस्था बहुत अच्छी बनी रही। फिर धीरे-धीरे संजय बाजार अव्यवस्थित होता चला गया। लोग कलेक्टर प्रवीर कृष्ण की इस पहल को अब याद करने लगे हैं। विदित हो कि पुराने गोल बाजार में व्यवस्था चरमरा गई थी। भीड़ के चलते जगह की कमी होने लगी थी। वाहनों की पार्किंग के लिए वहां कोई व्यवस्था नहीं थी। बारिश के दिनों में कीचड़ के बीच सब्जी विक्रेता बैठ कर व्यवसाय करते थे और लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए संजय बाजार का निर्माण किया गया है, लेकिन अब संजय बाजार भी दुकानदारों और दुकानदारों के अतिक्रमण के चलते पूरी तरह अव्यवस्थित हो चला है। यहां तक कि वहां पर वाहनों की पार्किंग के लिए जो जगह छोड़ी गई है उस पर भी अतिक्रमण हो गया है। लोगों का कहना है कि जब तक नगर निगम और जिला प्रशासन कड़ाई के साथ कार्यवाही नहीं करेंगे, तब तक संजय बाजार की व्यवस्था को सुधारना असंभव ही है।