भूपेश सरकार ने गांवों में लाई शांति और खुशहाली : लखमा

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  •  तेंदूपत्ता की दर 4 हजार रु. होने से गरीबों का हुआ भला
  • पंचायती राज में गांव के गरीब को भी मिला सम्मान
  • कोंटा ब्लाक के डेढ़ दर्जन गांवों में भेंट-मुलाकात कर मंत्री लखमा ने जाना हाल

जगदलपुर कोंटा के विधायक तथा प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा जिले में कोंटा ब्लाक के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के डेढ़ दर्जन गांवों के ग्रामीणों से भेंट-मुलाकात कर उनका हाल जाना।

शुक्रवार और शनिवार को उन्होंने सुदूर क्षेत्र के ग्रामीण अंचल पहुंचकर शासन की योजनाएं गिनाई। उन्होंने कहा कि आज इस क्षेत्र में जो शांति और खुशहाली का वातावरण है, वह भूपेश सरकार की देन है। भूपेश बघेल हिंदुस्तान के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा 4 हजार रूपए तेंदूपत्ता की दर बढ़ाई है। तेंदूपत्ता संग्राहकों की मांग पर उन्होंने नकद भुगतान की व्यवस्था की। इसके चलते लोगों के पास पैसा आया और अब लोग अपने जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। पंचायती राज व्यवस्था हमारे नेता राजीव गांधी की देन है। आज गांव-गांव में पंच, सरपंच पदों में हैं। वे भले अनपढ़ हों या फिर गरीब लेकिन उन्हें पद में होने के कारण अधिकार और सम्मान मिल रहा है। पढ़े लिखे अधिकारी उन्हें सम्मानपूर्वक पंचायती राज व्यवस्था के कारण महत्व देते हैं यह सबसे बड़ी खुशी की बात है। श्री लखमा ने कहा कि बिजली, पानी, सड़क, पुल-पुलिया, स्कूल, अस्पताल, अंदरूनी गांव तक पहुंचाने का काम हमारी सरकार ने किया है। यही कारण है कि अब लोगों को गांव तथा आसपास में ही सभी तरह की सुविधाएं मिल रही हैं। मुख्यमंत्री हाटबाजार क्लीनिक ऐसी योजना है, जहां साप्ताहिक बाजारों में डाक्टर, नर्स, दवाई और खून, पेशाब जांच के उपकरण के साथ पहुंच रहे हैं। इसके कारण अब कहीं से भी संक्रामक और मौसमी बीमारियों की शिकायत नहीं आ रही है। पहले नाले का गंदा पानी पीकर मौत होती थी, लेकिन अब गांव-गांव में नलकूप और हैंडपंप होने से लोगों को पीने का साफ पानी मिल रहा है।

नक्सलगढ़ में बाईक से पहुंचे लखमा

कोंटा ब्लाक के करीगुंडम, पिडमेल, चिंतागुफा, तेमेड़वाड़ा, कांकेरलंका और पोलमपल्ली में शुक्रवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और आमजनों से भेंट-मुलाकात कर कवासी लखमा ने हाल चाल पूछा और पौने 5 साल में भूपेश सरकार की योजनाओं को गिनाया। रात्रि विश्राम उन्होंने दोरनापाल में किया। दूसरे दिन शनिवार को कोलईगुड़ा, वीराभट्टी, एडलमुडग, भेज्जी, कोंगेरपार, कोत्ताचेरू, मुकुडतोंग, गोरखा, एटेगट्टा, इंजरम, एर्राबोर और पेदाकुरती में भेंट-मुलाकात के बाद रात्रि विश्राम कोंटा में की। कई जगह बड़े वाहन के नहीं पहुंचने की स्थिति में मंत्री ने बाईक की सवारी की। गौरतलब है कि यह पूरा इलाका नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। प्रवास के दौरान एसपी किरण चव्हाण भी मौजूद थे। जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, उपाध्यक्ष बोड्डू राजा और जनपद पंचायत के पदाधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेसी भी साथ रहे।

दी विकास कार्यों की सौगात

कवासी लखमा ने कई गांवों में ग्रामीणों की मांग पर तथा पूर्व में की गई घोषणा के अनुसार विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। उन्होंने गांव के ग्रामीण के हाथों भूमिपूजन का कार्यक्रम संपन्न कराया।