देश के महान विभूति महात्मा गाँधी के 151 वीं वर्षगाँठ जयंती के पावन अवसर पर 02 अक्तूबर को राज्य स्तरीय ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के संयोजक डाॅ शिवनारायण देवांगन आस व मुख्य अतिथि आशीष गौतम सहायक कार्यक्रम समन्वयक समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर के तत्वावधान में संपन्न हुआ जिसमें राज्य के 210 शिक्षक शिक्षिकाओं को कोरोना वारियर्स व समाज के के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु ऑनलाइन विशिष्ट सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया ।जिसमें
बालोद जिला के एकमात्र आदिवासी विकास खंड डौण्डी के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के अंतर्गत शा.उ मा.वि खलारी के व्याख्याता धर्मेन्द्र कुमार श्रवण ने वैश्विक महामारी कोरोना COVID-19 के नियंत्रण व रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने कोरोना वारियर्स व समाज के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय कार्य किया गया जिसमें शासन की महत्वपूर्ण योजना पढाई तुंहर दुआर ऑनलाइन कार्यक्रम के अंतर्गत बेहतर व सराहनीय कार्य किया है जिसके परिप्रेक्ष्य में उन्हें शिक्षक विशिष्ट सेवा सम्मान 2020 हेतु सम्मानित किया गया ।
धर्मेन्द्र कुमार श्रवण ने कोरोना काल में शिक्षकों को संकुल स्तर में प्रशिक्षण देकर शासन की अहम् योजना पढ़ाई तुंहर दुआर के अंतर्गत ऑनलाइन क्लास लिंक cgschool.in के माध्यम से बच्चों को अध्यापन कार्य वेबेक्स मीटिंग एप से ज्वाइन कराने की प्रक्रिया को क्रमश: प्रमुखता से प्रकाशित किया गया । उन्होंने प्रवेश प्रक्रिया से लेकर ऑनलाइन,ऑफलाईन व पढ़ाई तुंहर पारा का संचालन बखूबी से कोरोना काल के दौरान सोशल डीसटेसिग का पालन कराते हुए कार्यक्रम का संचालन किया गया । वनांचल ग्रामों में मोबाइल नेटवर्किंग की समस्या अक्सर रहती है ऐसे क्षेत्रों के गाॅवों में जाकर ऑफलाईन क्लास का संचालन ग्राम के मुखिया जनपद सदस्य श्री टीकम नेताम पंच- सरपंच ,स्व-सहायता समूह व पालक संपर्क कर उनके अनुमति से सांस्कृतिक कला मंच ,सामाजिक भवन , गोंडवाना भवन , मशरूम केन्द्र जैसे स्थानों पर कक्षा लगाकर बच्चों के भविष्य को संवारने में लगे रहे ।
ऑफलाइन क्लास खलारी शाला के आश्रित ग्राम पारा व मोहल्ला जैसे बाजारपारा,कुम्हारपारा ,अड़जाल,हाथीगोर्रा व टेकाढोड़ा गाँवों में जाकर विद्यार्थीयों को नि:शुल्क नोज मास्क सेनेटाइजर व फल वितरण कर अध्ययन-अध्यापन का कार्य सुचारू रूप से संचालन किया गया इससे विद्यार्थीयों की संख्या में बढोतरी भी हुई और पढ़ाई करने हेतु जिज्ञासित रहे। इसके अतिरिक्त उन्होंने ऑनलाइन क्लास अटैंड करने वालो को यू-ट्यूब ,विडियो,ऑडियो ,ब्लूटूथ शेयर व अन्य गतिविधियों को भी एन्ड्रोएड स्मार्ट्फ़ोन्स के माध्यम से शेयर किया गया । साथ ही विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से जोड़ कर ऑनलाइन क्विज़ प्रतियोगिता में शामिल करने हेतु निरंतर प्रयासरत रहे । शाला के बच्चों को ऑनलाइन ई-सर्टीफिकेट प्रदान करने में श्रवण जी का अहम् भूमिका भी रहा है । इस तरह अपने सच्चे कर्मठता व लगन का परिचय उन्होंने दिया है । इस उपलब्धि पर शाला के प्राचार्य श्रीमती एस जाॅनसन व समस्त शिक्षक कर्मचारी गण हर्ष व्याप्त कर शुभकामनाएं प्रेषित की है ।