- जगदलपुर विधानसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर छंट चुकी है धुंध
- विकास के दम पर विजय पताका फहराएंगे जैन
- धुर नक्सल प्रभावित गांवों में भी तरक्की की इबारत लिख रहे हैं विधायक रेखचंद
जगदलपुर बस्तर संभाग की इकलौती सामान्य विधानसभा सीट जगदलपुर के कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर छाई धुंध लगभग छंट चुकी है और सिर्फ नाम की घोषणा बाकी है। क्षेत्र के लोग कह रहे हैं रेखचंद जैन फिर एकबार।विकास की बयार के सहारे जगदलपुर सीट पर कांग्रेस की विजय पताका फहराने का माद्दा रखने वाले को विधायक रेखचंद जैन की लोकप्रियता का कोई मुकाबला नहीं है। भूपेश बघेल सरकार की विकासपरक योजनाओं के जरिए अति संवेदनशील धुर नक्सल प्रभावित गांवों में भी तरक्की की इबारत लिखकर उन्होंने इतिहास रच दिया है। यही विकास जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में फिर से कांग्रेस की जीत का मार्ग प्रशस्त करेगा।
चर्चा है कि कांग्रेस आलाकमान ने जगदलपुर सीट के लिए प्रत्याशी का नाम तय कर लिया है। क्षेत्र के लोगों को पूरा भरोसा है कि पार्टी पुनः रेखचंद को मैदान पर उतारेगी और वे भारी अंतर से जीत भी दर्ज कराएंगे। आचार संहिता लगने से पहले तक धुर नक्सल इलाके में घूम घूमकर रेखचंद जैन लोगों से संपर्क करते रहे हैं। लोगों का दुख दर्द सुनने और कांग्रेस की जीत के लिए आशीर्वाद प्राप्त करने वे रोज की तरह आज सुबह भी पैदल निकल पड़े शहर में। रेखचंद जैन कांग्रेस का प्रचार करते रहे। ‘हर कोने से केवल एक ही पुकार, रेखचंद फिर एकबार’ का नारा शहर व गांवों में प्रचलित हो चला है। रेखचंद जैन वह शख्सियत हैं, जिन्होंने परोपकार और जनसेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया है। यही उनका परम संकल्प भी है। अपने इस संकल्प की सिद्धि के लिए रेखचंद जैन ने राजनीति को आधार बनाया है। पिछले चुनाव में जनता ने उन पर आशीष के फूल बरसाए और प्रतिद्वन्दी प्रत्याशी को उन्होंने भारी अंतर से शिकस्त दी थी। तबसे जनता जनार्दन का कर्ज उतारने के लिए विधायक एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन प्रण प्राण से जुटे हुए हैं। दैवयोग से उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बस्तर के सांसद एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया तथा अन्य मंत्रियों का भी भरपूर सहयोग मिलता आया है। इन सभी के सहयोग से रेखचंद जैन सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय का ध्येय लेकर आगे बढ़ते गए। जगदलपुर शहर के साथ ही अपने निर्वाचन क्षेत्र के अति संवेदनशील गांवों तक भी उन्होंने विकास की रौशनी बिखेरी है। गांव गांव में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, स्कूल, बिजली, सड़क, नाली, सीसी रोड, बिजली, चिकित्सा आदि की सुविधा मुहैया कराने में उन्होंने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। आदिवासियों के पूजा स्थल देवगुड़ी और मातागुड़ी के जीर्णोद्धार एवं नई गुड़ी निर्माण का कार्य भी उन्होंने बड़ी तादाद में कराया है। पहली बार भूपेश बघेल सरकार के राज में आदिवासियों के आस्था स्थलों, रीति रिवाजों और परंपराओं को पोषित करने का काम हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस मिशन को अपने निर्वाचन क्षेत्र में कामयाब बनाने में रेखचंद जैन ने अहम भूमिका निभाई है। विकास और आस्था की बुनियाद पर रेखचंद जैन की लोकप्रियता की ईमारत मजबूत एवं अभेद्य हो गई है। वे आज भी लोगों के सुख दुख में शामिल होने, उनकी पीड़ा दूर करने सुबह से निकल पड़ते हैं। उन्होंने व्यापक जनसंपर्क और प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया है। लोग उन्हें दिल से दुआएं दे रहे हैं और विजयी होने की शुभकामनाएं भी। क्षेत्र में लोगों ने इन दिनों नारा बुलंद कर रखा है – ‘हर कोने से यही पुकार, रेखचंद फिर एकबार’। शहर में भी जैन की लोकप्रियता चरम पर है। इसे देखते हुए लगता है कि वे इस बार के चुनाव में अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़कर रख देंगे। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेतृत्व ने जगदलपुर के प्रत्याशी का नाम फाइनल कर लिया है। क्षेत्र के लोगों को पक्का यकीन है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के लाडले ‘रेखू’ को ही पार्टी चुनावी समर में उतारेगी।