फोटो के ऊपर शीर्षक , देख रहे हो न विनोद

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यह नन्हा बालक जिसे हमने काल्पनिक नाम विनोद दे रखा है, दीवार पर अंकित नारी उत्पीड़न के खिलाफ जनजागरण संबंधी संदेश को अपलक निहार रहा है। सिर पे कांग्रेसी टोपी लगाया यह विनोद न तो कांग्रेस का समर्थक है, न भाजपा का। वह तो निर्विकार भाव रखने वाला एक आम बालक है। हमने उसे विनोद नाम इसलिए दिया है क्योंकि इस चुनावी मौसम में इस नाम का बोलबाला है। दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर तंज कसने के लिए कहते हैं – देख रहे हो न विनोद। वैसे आजकल नेताओं में गंभीरता कम और विनोदी प्रवित्ति ज्यादा दिखाई देती है। राजनीति में भी महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है। शायद यह विनोद उसी के बारे में सोच रहा है।

छायाचित्र एवं शब्दांकन – अर्जुन झा, जगदलपुर