कांग्रेस के एजेंट बनकर काम करते रहे हैं जनपद सीईओ

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  •  चंदा इकट्ठा कर चुनावी फंड उपलब्ध कराया कांग्रेस को
  •  भाजपा नेता का सीईओ मंडावी पर गंभीर आरोप
    अर्जुन झा

बकावंड जनपद पंचायत बकावंड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसएस मंडावी पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए चंदा इकट्ठा कर चुनावी फंड उपलब्ध कराने, कांग्रेस प्रत्याशी का प्रचार करने और विभिन्न कार्यों के लिए स्वीकृत राशि में से कमीशन लेकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के सनसनीखेज आरोप लगे हैं।मुख्यमंत्री और बस्तर के कलेक्टर को पत्र लिखकर श्री मंडावी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही भाजपा के नेताओं ने अधिकारियों की कुंडली खोलना शुरू कर दी है।बकावंड जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसएस मंडावी भी अब भाजपा नेताओं के टार्गेट पर आ गए हैं। आरोप है कि श्री मंडावी ने कांग्रेस शासनकाल में जमकर भ्रष्टाचार किया। कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में उन्होंने खूब धन अर्जित किए हैं। करपावंड मंडल भाजपा के प्रभारी एवं जिला भाजपा बस्तर के कार्यकारिणी सदस्य नारायण बिसाई ने बकावंड जनपद पंचायत के सीईओ एसएस मंडावी के खिलाफ तगड़ा मोर्चा खोल दिया है। नारायण बिसाई ने कहा है कि कांग्रेस शासनकाल में जनपद क्षेत्र के गांवों में विकास एवं निर्माण कार्यों में जमकर अनियमितता बरती गई है। इन कार्यों की समीक्षा और गुणवत्ता में जमकर ढिलाई बरती जाती रही। ताकि अधिक से अधिक धन वसूला जा सके। इस अवैध कृत्य में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी उन्हें पूरा संरक्षण देते रहे हैं। बिसाई ने खुला आरोप लगाया है कि जनपद सीईओ द्वारा कांग्रेस के लिए चंदा इकट्ठा कर चुनावी फंड उपलब्ध कराया गया और कांग्रेस के पक्ष में काम किया गया। सीईओ ने कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। दरअसल वे जनप्रतिनिधि के अहसान का कर्ज चुकाने आतुर थे

सचिवों से कराया चुनाव प्रचार
बिसाई का यह भी आरोप है कि सीईओ ने सभी पंचायत सचिवों को विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के पक्ष में काम करने के लिए दिन रात लगा दिया था। उन्होंने कहा है कि विकासखंड की सभी ग्राम पंचायतों के सरपंचों और सचिवों से विभिन्न निर्माण एवं विकास कार्यों के लिए स्वीकृत राशि में से बंधा बंधाया कमीशन लिया जाता रहा है। भाजपा नेता नारायण बिसाई ने जनपद सीईओ द्वारा कराए तमाम कार्यों, कांग्रेस के प्रति उनके समर्पण, कमीशनखोरी और सचिवों को दबावपूर्वक कांग्रेस के पक्ष में कार्य करने हेतु झोंक देने के मामलों की जांच एवं कार्रवाई की मांग कलेक्टर बस्तर तथा मुख्यमंत्री से की है।