- बार बार नोटिस भेजे जाने के बाद भी नहीं दे रहे हैं अपनी जाति का प्रमाण
सुकमा शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला एर्राबोर में पदस्थ प्रभारी प्राचार्य के. रामा यशवंत पिता के नरसिंह बार बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद जिला स्तरीय जाति प्रमाण पत्र छानबीन समिति के समक्ष पेश नहीं हो रहे हैं।शिकायत की गई है कि के. रामा यशवंत ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी हासिल की है। समिति उनकी जाति का सत्यापन करना चाहती है। लेकिन समिति को कोई तवज्जो नहीं दे रहे हैं।नोटिस की अनदेखी से उन पर लगे आरोप को बल मिल रहा है।
बीजापुर जिले की भोपालपटनम तहसील के ग्राम मद्देड़ निवासी के. रामा यशवंत के खिलाफ लंबे समय से जांच चल रही है। उनके खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी हासिल करने की शिकायत शासन से की गई है। पिछले सात माह से उन्हें नोटिस भेजकर जिला स्तरीय जाति प्रमाण पत्र छानबीन समिति के समक्ष पेश होने और जाति से संबंधित आवश्यक प्रमाण रखने के लिए कहा जा रहा है। के. रामा यशवंत शुरू से ही तरह तरह के बहाने बनाकर समिति के समक्ष उपस्थित होने से बच रहे हैं। वे कभी मेडिकल आधार पर, तो पारिवारिक समस्या का हवाला देकर कमेटी के सामने उपस्थित होने से बचते आ रहे हैं। 26 दिसंबर को भी उन्हें उपस्थित होने के लिए नोटिस भेजा गया था, किंतु आज भी पेश नहीं हुए। पता चला है कि उन्होंने मेडिकल लेकर 15 दिन का समय मांगा है। इस बीच इसी मामले में करीब 7 फर्जी कर्मचारियों को शासन द्वारा सेवामुक्त कर दिया गया है।लेकिन वे ट्रायबल आयोग अथवा अन्य कारणों का हवाला देकर जांच कमेटी के पास मांगे गए दस्तावेज लेकर उपस्थित नहीं हो रहे हैं। इससे प्रतीत होने लगा है कि वे कुछ छुपाना चाह रहे हैं।