- किसान सूरज ने परिवार को बना लिया आत्मनिर्भर
- सुखमय जीवन जी रहा तीन भाइयों का संयुक्त परिवार
जगदलपुर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को धान खरीदी की बकाया बोनस राशि प्रदान की जाने से किसानों के परिजन हर्षित हैं। सरकार की इस पहल से किसान बोनस राशि का घरेलू जरूरतों को पूरा करने सहित बच्चों की पढ़ाई के लिए सदुपयोग कर रहे हैं। बोनस के करीब 40 हजार रुपए मिलने से प्रसन्न जगदलपुर तहसील के ग्राम मारकेल निवासी किसान सूरज सेठिया ने सुशासन दिवस पर सरकार के इस किसान हितैषी फैसले को सराहनीय निरूपित करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद दिया।
किसान सूरज सेठिया ने बताया कि वर्ष 2014- 15 और 2015-16 में उसके द्वारा बेचे गए धान की बोनस राशि मिलने के बारे में उसने सपने में भी नहीं सोचा था, लेकिन किसानों की चिंता करने वाली छत्तीसगढ़ सरकार की इस सार्थक पहल से लाखों किसानों के परिवार खुशियां मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके बच्चे जगदलपुर के एक निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ रहे हैं और अभी हाल ही में मिली बोनस राशि का उपयोग उनकी फीस जमा करने के लिए करेंगे। कृषक सूरज कहते हैं कि कड़ी मेहनत और उन्नत तकनीक के द्वारा खरीफ धान उत्पादन से अपने परिवार को आत्मनिर्भर बना चुके हैं। गांव में 17 एकड़ कृषि भूमि के मालिक सूरज अपने 16 सदस्यीय सयुंक्त परिवार का अच्छे ढंग से भरण- पोषण कर रहे हैं। इस कार्य में उनके दो छोटे भाई पूरा सहयोग करते हैं। इसके फलस्वरूप 40 गायों वाली एक अच्छी खासी डेयरी फार्म भी बेहतर तरीके से संचालित कर परिवार के लिए एक निश्चित आय का स्रोत विकसित कर चुके हैं। सूरज बताते हैं कि वे अपनी खेती जमीन के साथ ही गांव के अन्य किसानों के लगभग 20 एकड़ कृषि भूमि को रेग पर लेकर धान की उन्नत खेती करते हैं।बच्चों को दिला रहे हैं अच्छी शिक्षा
इस वर्ष भी सूरज ने अच्छी पैदावार लेकर लगभग 300 क्विंटल धान का विक्रय किया है। सूरज ने अपने भाईयों की मदद से परिवार के सभी बच्चों की पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रखा है। परिवार के 3 बच्चों को जगदलपुर शहर के निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में दाखिल दिलाया गया है। वहीं एक भतीजे को कॉलेज में पढ़ा रहे हैं। साथ ही अन्य दो बच्चों को अभी गांव के स्कूल में भेज रहे हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के करीब 12 लाख किसानों को वर्ष 2014- 15 और 2015- 16 की धान खरीदी का 300 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस राशि सुशासन दिवस के अवसर पर जारी की गई। इसके तहत बस्तर जिले में भी 23966 किसानों को 38 करोड़ 40 लाख रुपए बोनस राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की गई है।