- नाली खोदाई में मजदूरों को नहीं दे रहे हैं रोजगार
सरकारी धन में गड़बड़ी के लिए अपनाया गया शार्टकट
-अर्जुन झा-
बकावंड वन विभाग के अधिकारियों ने शासकीय धन की हेराफेरी के लिए शार्टकट रास्ता अपनाया है। गरीबों का हक और निवाला छीनकर जेसीबी और ट्रेक्टर वालों का भला किया जा रहा है, उन्हें रोजगार दिया जा रहा है। गरीब मजदूर काम की तलाश में दर दर भटक रहे हैं।
केंद्र और राज्य की सरकारें गरीब मजदूरों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न निर्माण कार्यों में मानव श्रम शक्ति के उपयोग को भरपूर प्राथमिकता दे रही हैं। मगर शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं को पलीता लगाने और मजदूरों का रोजगार छीनने का पाप वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी कर रहे हैं। वे सरकारी योजनाओं के लाभ से ग्रामीणों को वंचित करने पर तुल गए हैं। बकावंड में पदस्थ वन विभाग के अधिकारी ठेकेदारों से सांठगांठ कर मजदूरों की रोजी रोटी छीन रहे हैं। वन विभाग के बकावंड रेंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत जुनामनी और उलनार में वन विभाग द्वारा नाली निर्माण एवं खोदाई का कार्य कराया जा रहा है। इस कार्य में वन विभाग के अधिकारी एवं ठेकेदार के स्थानीय ग्रामीणों को काम नहीं दे रहे हैं।
ग्रामीण रोजगार के लिए भटक रहे हैं। ग्रामीण प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण अंचलों में विकास रोजगारमूलक कार्य संचालित कार्य चलाए जाते हैं। इनके माध्यम से स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार देकर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और खाने कमाने के लिए अन्य प्रदेशों में उनके पलायन को रोकना ही सरकार का मुख्य उद्देश्य होता है। लेकिन वन विभाग में सरकार की मंशा की घोर अनदेखी की जा रही है। नाली खोदाई का कार्य जेसीबी और ट्रैक्टर के जरिए करवाने की ठेका दे दिया गया है। कई बार देखने को मिलता है कि जिस काम को स्थानीय ग्रामीण मजदूरों के द्वारा कराया जाना होता है, उसे अधिकारी ठेकेदारों के माध्यम से ट्रैक्टर जेसीबी के जरिए करवाते हैं।ऐसा ही नाली खोदाई कार्य वन विभाग बकावंड के रेंजर के द्वारा कराया जा रहा है जेसीबी के माध्यम से। इस संबंध में जब बकावंड वन परिक्षेत्र अधिकारी लछिंदर बघेल से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करने का निर्देश विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिया गया है। इसी निर्देश का पालन करते हुए जेसीबी एवं ट्रैक्टर के जरिए कार्य करवाया जा रहा है। गरीबों का हक छीनकर सरकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभ से वंचित किया जा रहा है।
हमेशा सुर्खियों में रहे हैं रेंजर
उल्लेखनीय है कि वन परिक्षेत्र अधिकारी लछिंदर बघेल जब करपावंड रेंज में पदस्थ थे, तब भी उनकी कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं। बकावंड रेंज में पदस्थ होने के बाद भी वे सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। उनके कारनामों का खुलासा समाचार पत्र के माध्यम से भी कई बार हो चुका है, लेकिन अब तक इस अधिकारी पर वन विभाग के उच्च अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या इस बार भी उनके खिलाफ कार्रवाई होती है या नहीं?
आखिर भाजपाई अब मौन क्यों?
जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब भाजपा के नेता कांग्रेस सरकार और कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की बातें जोरशोर से किया करते थे।आज सत्ता में रहकर भाजपा भ्रष्टाचारियों पर क्या कार्रवाई करती है, यह देखना होगा। लगता है भ्रष्ट तंत्र ने भाजपा नेताओं को भी खरीद लिया है।
वर्सन
काम जल्द पूरा कराने का है निर्देश
वन विभाग के उच्च अधिकारियों ने काम जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया है। इसीलिए खोदाई कार्य जेसीबी की मदद से कराया जा रहा है।
-लछिंदर बघेल,
रेंजर, बकावंड वन परिक्षेत्र