पीसीसी चीफ बैज निकल पड़े मिशन इलेक्शन और न्याय यात्रा को सफल बनाने

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  • बिलासपुर, सरगुजा के दौरे से कांग्रेस होगी मजबूत
  • हसदेव अरण्य पर और तेज होगी आंदोलन की धार
  • राहुल की न्याय यात्रा को छ्ग में मिलेगा नया आयाम

अर्जुन झा

जगदलपुर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर लोकसभा क्षेत्र के सांसद दीपक बैज जब कोई जिम्मेदारी उठाते हैं, तो उसे बखूबी निभाते हैं। उनका हर कदम बहुआयामी होता है। एक तीर से कई निशाने साधने की कला उनमें गजब की है। उनके बिलासपुर और सरगुजा दौरे के भी अनेक निहितार्थ हैं। एक तो यह कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के परफॉरमेंस को और बेहतर बनाना, दूसरा हसदेव अरण्य के मसले को भाजपा के खिलाफ धारदार हथियार बनाना और तीसरा राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक रूप से सफल बनाना।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं बस्तर के सांसद दीपक बैज आज 23 जनवरी से सारंगढ़, सक्ती, जंजगीर एवं बिलासपुर जिलों के दौरे पर निकल पड़े हैं।

प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के मीडिया विभाग के मुताबिक दीपक बैज ने 23 जनवरी को सुबह रायपुर से सारंगढ़ के लिए प्रस्थान किया। वे सारंगढ़ के लेंदरा में रामनामी समाज के मेले में शिरकत करेंगे। 24 जनवरी को श्री बैज सक्ती विधानभसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से एवं दोपहर बाद जंजगीर जिला मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। दीपक बैज 25 जनवरी को बिलासपुर जिला मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से चर्चा एवं दोपहर बाद मुंगेली जिला मुख्यालय में कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। कहने को तो वे विशुद्ध रूप से पार्टीगत कार्यक्रमों के सिलसिले में दौरे पर निकले हैं, मगर दीपक बैज के अब तक के दौरों के जो अनुभव रहे हैं, वे कुछ और ही कहानी बयां करते हैं। श्री बैज एक सांसद के तौर पर अथवा पीसीसी चीफ के नाते जब कहीं भी जाते हैं, तो उनका उद्देश्य बहुआयामी होता है। वे एक तीर से कई निशाने साधने में भरोसा रखते हैं और उनका निशाना अचूक भी होता है। लोकसभा सत्रों के सिलसिले में जब दीपक बैज नई दिल्ली प्रवास पर रहते हैं, तब समय निकालकर पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों से मिलने भी पहुंच जाते हैं। उनसे छत्तीसगढ़ में पार्टी की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए मार्गदर्शन लेते हैं और गृहराज्य लौटकर उस मार्गदर्शन के अनुरूप काम करने में जुट जाते हैं। यही नहीं दिल्ली में पार्टी नेतृत्व और संयुक्त विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ किए जाने वाले प्रदर्शन व आंदोलनों में भी दीपक बैज बढ़ चढ़कर सहभागिता देते आए हैं। इसी तरह दिल्ली प्रवास के दौरान वे केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रियों से मिलकर छत्तीसगढ़ से जुड़ी परियोजनाओं और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने बाबत उनसे आग्रह करते हैं। इसमें उन्हें आशातीत सफलता भी मिलती है। जगदलपुर – रायपुर हाईवे के चौड़ीकरण, बस्तर की अंदरूनी सड़कों को स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे से जुड़वाने, रेल और वायुयान सेवाओं के विस्तार, रावघाट – जगदलपुर रेल लाईन के काम को गति दिलाने सरीखे कई अहम कार्यों में एक विपक्षी सांसद होने के बावजूद दीपक बैज को अच्छी कामयाबी मिली है। माहरा, महार जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने में दीपक बैज के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। केंद्र सरकार के सभी मंत्री सांसद दीपक बैज को पूरा सम्मान देते हैं। इसकी प्रमुख वजह है दीपक बैज की मितभाषिता और व्यवहार कुशलता। उनका यही गुण दुश्मन को भी उनका मुरीद बना देता है। एक पंथ, दो काज की रीति पर चलने वाले दीपक बैज मिनिमम इन्वेस्टमेंट में मैक्सिमम रिटर्न हासिल करने की कला में दक्ष हैं। इसीलिए उनके ताजा बिलासपुर व सरगुजा दौरे को बहुआयामी उद्देश्यों वाला माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बिलासपुर संभाग में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। आने वाले लोकसभा चुनाव में इसकी भरपाई के लिए बैज ने अभी से कमर कस ली है। बिलासपुर, सारंगढ़, जांजगीर, चांपा, सक्ती के पार्टी कार्यकर्ताओं को हताशा से उबारकर लोकसभा चुनाव के लिए रिचार्ज करने के वास्ते दीपक बैज दौरे पर हैं। उनकी नजर बिलासपुर, सारंगढ़, जांजगीर चांपा, रायगढ़, सरगुजा आदि लोकसभा सीटों पर फतह हासिल करने के नजरिए से दीपक बैज के इस दौरे को बेहद अहम माना जा रहा है।

नहीं होने देंगे असम जैसा अन्याय

दीपक बैज के बिलासपुर, सरगुजा दौरे को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय राहुल गांधी द्वारा निकाली गई भारत जोड़ो न्याय यात्रा से भी जोड़कर देखा जा रहा है। न्याय यात्रा सरगुजा, अंबिकापुर के रास्ते छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने वाली है। यह यात्रा पांच दिनों में छत्तीसगढ़ के सात जिलों को कवर करते हुए गुजरेगी। इनमें ज्यादातर वही जिले शामिल हैं, जहां अभी श्री बैज प्रवास पर हैं। राज्य में राहुल गांधी की इस यात्रा को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज विशेष रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए वे सरगुजा और बिलासपुर गए हुए हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के काफिले पर भाजपा शासित राज्य असम में जिस तरह से हमले हुए हैं, उसकी पुनरावृति छत्तीसगढ़ में न हो इस बात का विशेष ध्यान दीपक बैज रख रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी भाजपा की सरकार है। इसे देखते हुए न्याय यात्रा के साथ किसी तरह का अन्याय न हो इसकी पूरी तैयारी में दीपक बैज लग गए हैं।

हसदेव न छूटने पाए हाथ से

आसन्न लोकसभा चुनाव में हसदेव अरण्य का मामला छत्तीसगढ़ के साथ ही झारखंड, बिहार और ओड़िशा में कांग्रेस के लिए बड़ा चुनावी हथियार बन सकता है। छ्ग के सरगुजा जिले में स्थित हसदेव के जंगलों से पेड़ों की बेतहाशा कटाई और वहां कोल खनन की अनुमति दी जाने का मुद्दा बहुत ही गरमाया हुआ है। पेड़ों की कटाई और कोल ब्लॉक आवंटन से वहां के आदिवासी बहुत ज्यादा प्रभावित हुए हैं। वन्यप्राणी भी जंगलों से बेदखल होकर मानव आबादी के बीच पहुंच रहे हैं और ग्रामीणों पर हमले कर रहे हैं। इस मुद्दे पर दीपक बैज शुरू से मुखर होकर आवाज उठाते आए हैं। कुछ दिनों पूर्व ही उन्होंने हसदेव के एक गांव में बड़ी सभा को संबोधित भी किया था। श्री बैज स्वयं आदिवासी समुदाय से हैं और कांग्रेस के आदिवासी विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। इसलिए हसदेव के प्रभावित आदिवासियों के हक में आवाज उठाना उनका नैतिक दायित्व भी है। लोकसभा चुनाव करीब है लिहाजा हसदेव के मुद्दे को कांग्रेस के हाथ से न छूटने देने की भी बड़ी जिम्मेदारी दीपक बैज पर है। कहा जा रहा है कि दीपक बैज के बिलासपुर संभाग दौरे का उनका एक मकसद यह भी है।