- पांच दिवसीय महोत्सव के पहले दिन निकलेगी भव्य शोभायात्रा
- अयोध्या के रामलला की तरह सज्जित होगी प्रतिमा
जगदलपुर बालाजी मंदिर जगदलपुर का 23वाँ वार्षिक महोत्सव19 फरवरी से प्रारंभ होगा। 19 से 23 फ़रवरी के मध्य 5 दिवसीय महोत्सव पूरी भव्यता के साथ मनाया जाएगा।
19 फ़रवरी को सुप्रभातम नित्य आराधना के साथ वार्षिकोत्सव का शुभारंभ होगा। आंध्रप्रदेश से पधारे विद्वान पंडितों के सानिध्य में वेद परायण, मंगला शासनम्, विश्वक्सेन आराधना, भगवत पुण्य वचनम्, रक्षासूत्र बंधन, रूत्विका वरण प्रधानम्, अंकुरार्पण विधान के साथ यज्ञशाला की आराधना संपन्न होगी। पहले दिन मंदिर परिसर स्थित यज्ञशाला में वास्तु योगेश्वर, ब्रम्ह मंडप आराधना और अग्नि प्रतिष्ठापना की जाएगी। गरूड़ स्तंभ में पताका प्रतिष्ठा, ध्वजारोहण, गज्जलु विधान के बाद काष्ठ निर्मित रथ की विशेष पूजा संपन्न होगी। बालाजी भगवान सहित माता देवी एवं माता भूदेवी की उत्सव प्रतिमाओं को रथारूढ़ कर शहर में भगवान बालाजी की शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु लगभग 4 बजे बालाजी मंदिर से निकल कर मां दंतेश्वरी मंदिर, मेनरोड, स्टेट बैंक चौक, चाँदनी चौक, संजय बाज़ार होते हुए वापस बालाजी मंदिर पहुंचेंगे। बस्तर ज़िला आंध्र समाज के अध्यक्ष एम. जयंत नायडू एवं मंदिर कमेटी के अध्यक्ष ए वीरराजू ने पत्रवार्ता में बताया कि, 20 फ़रवरी को महा अभिषेक और श्रीनिवास कल्याणम् विधान संपन्न होगा। 21 फ़रवरी को सैकड़ों की संख्या में दंपति पूजा में बैठ कर भगवान सत्यनारायण की कथा सुनेंगे। महोत्सव के चौथे दिन 22 फ़रवरी को सुहागन महिलाओं के लिए विशेष तौर पर कुमकुम पूजा विधान संपन्न होगा। आख़िरी दिन 23 फ़रवरी, शुक्रवार को 11 बजे महाआरती के पश्चात महा भंडारा प्रारंभ होगा। टेंपल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष रविभूषण राव एवं आंध्र समाज के सचिव सुब्बाराव ने बताया कि मंदिर प्रांगण में स्थित दशावतार की मूर्ति की सज्जा वार्षिकोत्सव के दौरान अयोध्या में स्थापित रामलला की प्रतिमा के सदृश्य की जाएगी, जो कि श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहेगा। पत्रवार्ता के दौरान बालाजी टेंपल ट्रस्ट के एम. कृष्णा राव नायडू, के. आदिनारायण राव, आंध्र समाज के उपाध्यक्ष द्वय सेनापति ईश्वर राव, इंटी श्रीनिवास आदि उपस्थित थे।
बताया गया कि 14 फ़रवरी को होगा मंडपाच्छादन, 20 फरवरी, भीष्म एकादशी पर होने जा रहे श्रीनिवास कल्याणम के परिप्रेक्ष्य में 14 फरवरी की सुबह,9.30 बजे मंडपाच्छादन विधान एवं हल्दी कूट संपन्न होगा। देव विवाह के इस स्वांग में भगवान बालाजी के साथ माता श्री देवी, भूदेवी के विवाह के इस पहले रस्म में वधु पक्ष की भूमिका निभा रहे श्रीनिवास पटनायक एवं वर पक्ष की भूमिका निभा रहे राधामोहन दास दंपति सहित टेंपल ट्रस्ट के न्यासी विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे।