आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति में किया जा रहा है बड़ा खेल

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  •  दूसरी ग्राम पंचायत से कार्यकर्ता नियुक्ति की तैयारी
  • विरोध में उतरे ग्राम पंचायत छिंदगांव-1 के ग्रामीण
  • स्थानीय योग्य अभ्यर्थी की ही नियुक्ति की उठाई मांग

-अर्जुन झा-

बकावंड जनपद पंचायत बकावंड की ग्राम पंचायत छिंदगांव -1 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति का मामला तूल पकड़ चुका है।खबर है कि कार्यकर्ता नियुक्ति में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।इसमें करपावंड की परियोजना अधिकारी और पर्यवेक्षक की भूमिका पर उंगली उठ रही है।ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने बाहरी की नियुक्ति के खिलाफ जनपद पंचायत कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन करने की चेतावनी दे दी है।

जानकारी मिली है कि बकावंड विकासखंड की ग्राम छिंदगांव के आश्रित पारा आमागुड़ा के आंगनबाड़ी केंद्र के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा की जा रही है। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी करपावंड द्वारा आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। बताया गया है कि छिंदगांव ग्राम पंचायत की कई पढ़ी लिखी महिलाओं और युवतियों ने परियोजना अधिकारी कार्यालय में आवेदन जमा कराए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय योग्य आवेदिकाओं को नजर अंदाज करते हुए दूसरी ग्राम पंचायत की उम्मीदवार को छिंदगांव पंचायत के आमागुड़ा पारा के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियुक्त करने की तैयारी कर ली गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि लेनदेन करके बाहरी उम्मीदवार को नियुक्त करने का प्रयास चल रहा है। छिंदगांव -1 ग्राम पंचायत के सरपंच, उप सरपंच लैखन भद्रे, पंच संतोषी, अंति, फगनू, कनक समेत अन्य ग्रामीणों ने महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर दूसरी ग्राम पंचायत की आवेदिका को छिंदगांव आमागुड़ा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियुक्त किए जाने का विरोध किया है। पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों का कहना है कि आमागुड़ा पारा के आंगनबाड़ी केंद्र में छिंदगांव ग्राम पंचायत की ही कम से कम12वीं पास युवती या महिला को कार्यकर्ता नियुक्त किया जाए। अन्यथा बाहरी की नियुक्ति होने पर जनपद पंचायत कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन किया जाएगा।

ऐसे चल रहा है फर्जीवाड़ा

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के आवेदन फार्म के साथ ग्राम पंचायत के प्रमाण पत्र को भी संलग्न किया गया है। जबकि ग्राम पंचायत छिंदगांव -1 द्वारा किसी बाहरी महिला या युवती को ऐसा कोई प्रमाण पत्र जारी ही नहीं किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक लक्ष्मी साहू एवं महिला बाल विकास अधिकारी करपावंड की मिलीभगत से ऐसा किया गया है। चर्चा है कि जिस बाहरी महिला को नियुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है, उससे मोटी रकम ली गई है। आवेदन फार्म और ग्राम पंचायत के प्रमाण पत्र का फार्म करपावंड की एक मोबइल एवं फोटोकॉपी दुकान से खरीदे गए हैं। इसकी पुष्टि स्वयं दुकान संचालक युवक ने की है। इस मामले में ग्राम पंचायत छिंदगांव के सरपंचों ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा कि विवाहित महिला को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता न नियुक्त कर 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण किसी युवती को नियुक्ति दी जाए।