बालोद–विकास खंड गुरूर के ग्राम हितेकसा में वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार दिवस का आयोजन किया गया उक्त अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ जी आर रावटे द्वारा उपस्थित जनसमुदाय को आयोडिन की कमी से होने वाली प्रतिकूल प्रभाव की जानकारी देते हुए कहा कि
आयोडिन की कमी से घेंघा रोग, बच्चों की शारारिक व मानसिक विकास न होना तेज बुद्धि की कमी, गूंगा, बहरा, भेंगापन का होना एवम् महिलाओ में गर्भ धारण में दिक्कत व बार बार गर्भपात होना प्रमुख है, वर्तमान समय में आयोडीन युक्त नमक बाजारों में आसानी से मिल
जाती हैं जिनका आयोडिन की उपलब्धता की जांच शासन द्वारा समय समय पर कराई जाती है
लोगों द्वारा प्रतिदिन कोई न कोई रूप से नमक की सेवन की जाती है नमक हर व्यक्ति को सरल व सुलभ उपलब्ध हो जाती है घरेलू स्तर पर नमक की रख रखाव पर सावधानी बरती जाए
नमक को नमी व आग के समीप नहीं रखनी चाहिए, गीले हाथो से नमक न निकाले, ढ़क्कन युक्त डिब्बे में रखी जावे, मिट्टी के बर्तनों में नमक नहीं रखनी चाहिए जिससे आयोडिन का शोषण न हो, उक्त बातो को ध्यान में अमल में लायी जावे, समुदाय को जागरूक किया जावे
उक्त अवसर पर खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी के आर ऊर्वशा, आर के ध्रुव, अल्का कुमरा पर्यवेक्षक, डी के ध्रुव लैब टेक्नीशियन, राजेन्द्र मंडावी, देवेन्द्र साहू आर एच ओ श्रीमति रीतू एवम् समस्त मितानिन उपस्थित रहे।