जिनकी आवाज बंदूकों की नोंक पर दबा दी जाती है, उन्होंने लोकतंत्र के मंदिर में सुनी जनता की आवाज

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  1. नक्सली नेता हिड़मा के गांव पूवर्ती के युवाओं ने देखी विधानसभा की कार्यवाही
  2.  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कराया विधानसभा भ्रमण
  3.  नियद नेल्लानार के जरिए विकास से रोशन होंगे गांव 
    -अर्जुन झा-
    जगदलपुर छत्तीसगढ़ के टॉप नक्सली कमांडर हिड़मा के गांव पूवर्ती समेत अन्य धुर नक्सल ग्रस्त गांवों जिन लोगों की आवाज नक्सली बंदूकों की नोंक पर बंद करा दिया करते थे, उन्होंने पहली बार विधानसभा में जनता की आवाज को प्रतिनिधियों के माध्यम से लोकतंत्र के मंदिर में गूंजते सुना।
    बस्तर संभाग के सुकमा जिले के पूवर्ती व टेकलगुड़ा के युवाओं ने विधानसभा में देखा कि किस तरह लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष मुद्दों पर सहमति- असमहति के बावजूद चर्चा कर अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचते हैं और जन कल्याण की दिशा में आगे बढ़ते हैं। ये युवा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के आमंत्रण पर विधानसभा पहुंचे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री से देर तक अपने गांव के बारे में बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल आतंकवाद की वजह से बरसों आपके इलाकों में विकास प्रभावित रहा। बस्तर के समग्र विकास और आप लोगों तक विकास पहुंचाए बगैर छत्तीसगढ़ का विकास संभव नहीं है। हमने इसके लिए नियद नेल्लानार योजना आरंभ की है। न केवल हम आप लोगों को सुरक्षा प्रदान करने वहां सुरक्षा बलों
    के नए कैंप लगा रहे हैं, बल्कि कैंप के 5 किमी के दायरे में नियद नेल्लानार योजना के तहत 25 तरह की मूलभूत सुविधाएं, 32 तरह की व्यक्तिमूलक योजनाओं का लाभ दे रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्देश है कि आप लोगों को सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए। चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष रूप से बस्तर के विकास का ध्यान रखते हैं। उन्होंने हमें निर्देश दिए कि संवेदनशील इलाकों में सारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। इसलिए हमने नियद नेल्लानार यानि आपका अच्छा गांव योजना आरंभ की है। इन ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को बताया कि आपकी पहल से हमारे गांव तक बिजली पहुंच गई है। अन्य सुविधाओं का रास्ता भी खुल गया है। अब घरों में भी बिजली लग गई है अब खेतों में बिजली चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को भटकना नहीं है। अपने प्रदेश और देश के विकास के लिए अपनी ऊर्जा लगानी है। आपके गांव के विकास के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। हम हमेशा आपके साथ खड़े हैं। हम सभी सुविधाएं सुनिश्चित करेंगे। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी इस अवसर पर ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आपके क्षेत्र में विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। नियद नेल्लनार योजना के माध्यम से आपके गांव में तेजी से विकास करने हम कृतसंकल्पित हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में हम आपके लिए सारी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। मुख्यमंत्री साय के साथ ही उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी एवं अन्य विधायकों की मौजूदगी में ग्रामीणों के साथ समूह तस्वीर भी ली गई। ग्रामीण इस यात्रा से बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि पहली बार आज प्रदेश की विधानसभा देखी। बहुत अच्छा और यादगार अनुभव रहा। मुख्यमंत्री ने हमें स्वयं विस्तार से विधानसभा के कार्यों के बारे में बताया, हम सब बहुत खुश हैं।गौरतलब है कि उप मुख्यमंत्री  विजय शर्मा बतौर गृहमंत्री माओवाद प्रभावित इलाकों में शांति स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उन्होंने माओवाद प्रभावित इलाकों के युवाओं से संवाद के लिए यह पहल की है। इन इलाकों के लिए विशेष रूप से कार्ययोजना तैयार कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास भी किया जा रहा है।

    रखी अस्पताल और स्कूल की मांग
    युवाओं ने मुख्यमंत्री से दोनों गांवों में स्कूल और अस्पताल की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नियद नेल्लानार के माध्यम से हम इन्हीं कार्यों के लिए आगे बढ़ेंगे। इन गांवों की नई पीढ़ी विकास का उजाला देखेगी। हम सब मिलकर नियद नेल्लनार के माध्यम से अच्छा गांव तैयार करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय में आप फोन कर बता सकते हैं अपनी समस्याएं। हम आपकी सभी समस्याओं का हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं स्वयं और मुख्यमंत्री निवास के अधिकारी इस दिशा में कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय में एक फोन नंबर की व्यवस्था भी की जाएगी, जो केवल आप लोगों के फीडबैक के लिए होगा। आप इससे सीधे संवाद कर सकेंगे। मैं आपके सुख दुख को हमेशा साझा करूंगा।

    देखेंगे राजिम कुंभ और उन्नत खेती
    ये ग्रामीण युवा दो दिनों के राजधानी प्रवास पर हैं। पहले दिन उन्होंने पुरखौती मुक्तांगन, छत्तीसगढ़ विज्ञान केंद्र, अंबुजा माल के साथ ही रायपुर शहर का भ्रमण किया। कल ग्रामीण जंगल सफारी और राजिम कुंभ का दर्शन करेंगे। इसके साथ ही वे कृषि महाविद्यालय में उन्नत खेती भी देखेंगे।