- उप मुख्यमंत्री एवं विजय शर्मा ने ढूंढ निकाला नायाब तरीका
- नक्सल प्रभावित गांवों के रायपुर दर्शन का नया ‘दर्शन शास्त्र’
-अर्जुन झा-
जगदलपुर आधुनिक मौलिक सुविधाओं और छत्तीसगढ़ की तरक्की की तस्वीर देखने से वंचित रह गए धुर नक्सल प्रभावित गांवों के युवा भी अब प्रदेश की तरक्की की झलक देख पाएंगे और अपने गांव को भी उन्नति की मुख्यधारा से जोड़ने में योगदान दे सकेंगे। अब तक अपने गांव से बाहर की दुनिया देखने से वंचित रहे ये युवा राजधानी रायपुर समेत अन्य शहरों में जाकर आंखों को चौंधिया देने वाली चमचमाती तरक्की देख पाएंगे। यह प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा की शानदार पहल से संभव हुआ है। शर्मा की इस पहल की पहली कड़ी में बस्तर संभाग के सुकमा जिले में स्थित कुख्यात नक्सली कमांडर हिडमा के गृहग्राम पूवर्ती के युवा राज्य की तरक्की और राज्य में उपलब्ध अत्याधुनिक साधनों व सुविधाओं को नजदीक से देखने एवं महसूस करने के लिए रायपुर पहुंचे थे।
प्रदेश में हो रहे विकास की झलक दिखाने घनघोर जंगलों के बीच स्थित नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के आदिवासी युवाओं को अब रायपुर भ्रमण कराया जाएगा। नक्सली कमांडर हिड़मा के गांव पूवर्ती से 40 युवाओं का पहला जत्था रायपुर पहुंचा। इन युवाओं से गृहमंत्री विजय शर्मा ने प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान में मुलाकात कर उनके साथ बैठकर भोजन ग्रहण किया। शर्मा ने इन युवाओं से आत्मीयता पूर्वक चर्चा की, उनके गांव की जरूरतों के बारे में पूछा। पूवर्ती के इन युवाओं के जत्थे में शामिल ज्यादातर युवा शर्मा द्वारा हिंदी और छत्तीसगढ़ी में कही जा रही बातों को समझ नहीं पा रहे थे। उन युवाओं को उनके थोड़े बहुत पढ़े लिखे साथी हल्बी, गोंडी और मुरिया बोली में तर्जुमा करके समझाते नजर आए। इन युवाओं को रायपुर के विभिन्न मॉल्स, एग्रीकल्चर कालेज, अंबेडकर अस्पताल आदि जगहों पर घुमाया जा रहा है। वहीं डीकेएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में युवाओं को स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों ने विकास कार्यों में बाधा पहुंचाते हुए आदिवासियों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित कर रखा है। प्रदेश में हो रहे विकास से अनजान नक्सली क्षेत्र के युवा नक्सलियों के बहकावे में आ जाते हैं। हाल ही में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद इस बात का अहसास होने पर उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सली कमांडर हिड़मा के गांव पूवर्ती और नक्सल प्रभावित क्षेत्र टेकलगुड़ा सहित अन्य गांवों के आदिवासियों के रायपुर भ्रमण का कार्यक्रम तय किया है।
जगदलपुर भी नहीं देखा कभी
बस्तर संभाग के सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर जिलों के अति दुर्गम इलाकों में बसे दर्जनों गांवों के सैकड़ों युवा आज तक अपने संभाग मुख्यालय जगदलपुर तक को भी नहीं देख पाए हैं। पूवर्ती गांव से रायपुर गए कई युवा भी इन्हीं बदनसीब युवाओं में शुमार हैं। ऐसे में राजधानी रायपुर की गगनचुंबी ईमारतों, बड़े बड़े अस्पतालों, चकाचक सड़कों, वाहनों की रेलमपेल भव्य शॉपिंग मॉल्स को देख पूवर्ती के युवाओं की आंखों का चौंधियाना स्वभाविक था। ये युवा रायपुर का नजारा देख आश्चर्यचकित लग रहे थे। वे नई सुबह, नई शुरुआत के सपने और उम्मीद लेकर अपने गांव लौटेंगे और जब अपने यार दोस्तों, नाते रिश्तेदारों को जब शेष छत्तीसगढ़ की प्रगति की कहानी सुनाएंगे, तो तय है कि सभी हैरानी में पड़ जाएंगे।
रायपुर टूर से ह्रदय परिवर्तन
उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा की यह पहल बम, बंदूक और बारूद की गंध से धुर नक्सल प्रभावित गांवों को मुक्ति दिलाने तथा नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच दशकों से पिसते चले आ रहे निरीह आदिवासियों को बचाने में निश्चित तौर पर अच्छा काम करेगी। वहीं जब रायपुर से लौटकर उक्त युवा जब अपने गांव वालों को शेष छत्तीसगढ़ में बह रही तरक्की के बयार का अहसास कराएंगे, तो गांव वालों का हृदय परिवर्तन जरूर होगा लोगों का नक्सलियों से मोहभंग होने लगेगा। ऐसे में जो काम संगीनों के साये में संभव हो रहा था, उसे युवाओं के इस रायपुर टूर से संभव कर दिखाने की बेमिसाल पहल उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने की है। उनकी इस दूरदर्शी सोच और पहल की बस्तर के अमन पसंद नागरिक तारीफ कर रहे हैं।