- स्कूल की पोषण वाटिका में सब्जी की भरपूर उपज
- बच्चों ने एक हफ्ते में बेच डाली 4 हजार की सब्जी
–अर्जुन झा–
बकावंड बस्तर जिले में एक ऐसी भी प्राथमिक शाला है, जहां के विद्यार्थी कृषि बागवानी और व्यापार में भी दक्ष हो रहे हैं। स्कूल में बनाई गई बगिया बच्चों की जिंदगी में बहार ला रही है।
जगदलपुर से 50 किलोमीटर की दूर बस्तर विकासखंड की प्राथमिक शाला पटेलपारा राजपुर की चर्चा अब दूर दूर तक हो रही है। इस शाला के विद्यार्थी, शिक्षक, सफाई कर्मचारी और रसोईया ने मिलकर पोषण वाटिका तैयार की है। पोषण वाटिका में गोभी, लौकी, सेम और प्याज की खेती की गई है। पोषण वाटिका से प्रतिदिन बच्चों को मध्यान्ह भोजन में पौष्टिक सब्जियां खिलाई जाती हैं। बच्चों और शिक्षकों की मेहनत से वाटिका में हो रही अधिक पैदावार के फलस्वरूप ग्रामीण अपनी जरूरत के लिए और आसपास के विद्यालय मध्यन्ह भोजन के लिए राजपुर की शाला की वाटिका से ही ताजी सब्जियां खरीदने लगे हैं। ग्रामीण बड़े पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए भी सब्जियां विद्यालय से खरीदकर बच्चों का उत्साहवर्धन करते हैं। छात्र छात्राएं भी शिक्षा के साथ कृषि और व्यवसायिक शिक्षा की ओर अग्रसर हो रहे हैं। बच्चों ने पोषण वाटिका से बेची गई सब्जियों के प्राप्त राशि को गुल्लक में जमा करना प्रारंभ कर दिया था। गुल्ल्क को बच्चों ने 2 मार्च को तोड़ा, जिसमें से 4 हजार से अधिक राशि निकली। बच्चे अपनी इस कमाई को देख खुशी से झूम उठे। उनका उत्साह राशि को गिनते वक्त उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था। एकत्रित राशि में से कुछ राशि को बच्चों में वितरित कर पोषण वाटिका में विशेष सहयोग प्रदान करने वाले स्वीपर शांतनु कश्यप और ग्राम के युवा पूरन कश्यप को मेहनताना प्रदान कर शेष राशि को भविष्य में बीज व खाद के लिए सुरक्षित रखा गया है। विद्यार्थी स्वयं विद्यालय आकर प्रतिदिन पौधों को पानी देने का कार्य व वाटिका की देखभाल करते हैं।
डीईओ भारती प्रधान ने सराहा
बस्तर की जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने स्कूल के किचन गार्डन को अन्य स्कूलों के लिए मॉडल बताया है। उन्होंने शाला के बच्चों, स्टॉफ, कुक और ग्रामीण युवा की पहल को सराहा है तथा उन्हें बधाई दी है। शाला के प्रधान अध्यापक पंचम राम नेगी ने बच्चों की इस पहली कमाई पर बधाई दी और कृषि को आय के लिए व्यवसाय के रूप में अपनाने की सलाह दी। संकुल समन्वयक गजेंद्र सिंह ठाकुर भी नियमित रूप से इस शाला में कक्षा लेकर बच्चों और शिक्षकों के साथ कार्य में सहयोग देते हैं। पोषण वाटिका को तैयार करने में विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं, प्रधान अध्यापक पंचम राम नेगी, संकुल समन्वयक गजेंद्र सिंह ठाकुर, स्वीपर शांतनु कश्यप ग्राम के युवा पूरन कश्यप, रसोईया सहदेव कश्यप एवं मेहतू सिन्हा का विशेष योगदान है।