दल्ली राजहरा के कालीबाड़ी मंदिर में रही उत्सवों की धूम

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  • बंगाली समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर लिया भाग
    दल्लीराजहरा लौह नगरी दल्ली राजहरा में अप्रैल माह में अनेक त्यौहार व जयंती समारोह मनाए गए। दल्ली राजहरा के कालीबाड़ी मंदिर में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर 9 दिनों तक माता की सेवा और पूजा अर्चना की गई । साथ ही नौ दिनों तक जोत जलाए गए। आठवें दिन कन्याभोज के साथ ही भंडारा का आयोजन भी किया गया। विषेश रूप से कार्यक्रम में उपस्थित राकेश द्विवेदी, मदन माईती , महेन्द्र सिग, रमेश गुजर, भूपेन्द्र श्रीवास, बॉबी छतवाल  योगदान रहा ।

हनुमान जयंती भी मनाई
कालीबाड़ी में 23 अप्रैल को हनुमान जयंती भव्य रूप से मनाई गई। मंगलवार को पवनसुत हनुमान जी की जयंती श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर हनुमान मंदिरों में अनुष्ठान, पूजन और श्रृंगार किया गया। कालीबाड़ी मंदिर में नवनिर्मित प्रतिमा की स्थापना कर पूजा अर्चना की गई। शाम को हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। लोगों को प्रसाद वितरण कर नगर की सुख- समृद्धि का कामना की गई। राकेश द्विवेदी, महेन्द्र सिंग, मदन माईती, पुरोबि वर्मा सायम जसयवान गौतम माईती गीता माईती, बलिन्दर पौर, राजेन्द्र राजपुत, विनोद आडे , सी.हरि, विरेन्द्र साहू, टीकम, एस. के. मसकी, एस के गुप्ता बादल तिवारी वी. पी अनिल, विलसे, कृष्णा मुर्ति सहयोग रहा |

 

कालीबाड़ी का स्थापना दिवस
दल्लीराजहरा के कालीबाडी मंदिर की स्थापना 28 अप्रैल 1972 को की गई थी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कालीबाड़ी मंदिर का स्थापना दिवस बडे धूमधाम से मनाया गया। लोगों द्वारा कलीबाड़ी मंदिर में विराजमान देवी – देवाताओं की पूजा अर्चना की गई। मंदिर में संध्या आरती की गई तथा 108 दीपक नगर की सुख शांति के लिए जलाए गए। कार्यक्रम में सुशांतो मंडल, बी,एन आईच , गंगन परेरा, एस.के. राय, रीन्कु सहा अशोक सहा, गौतम बेहरा मदन माईती, शिब्बू नायर, अशोक बाम्बेश्वर, डॉ भास्कर, विशेष उपस्थिति कनक बेनर्जी, गौतम बेहरा, बॉपी आईच, सजल राय, एसी सरकार, गौतम माईती, अभिजीत मंडल, पिन्कु डे, सुरेश सरकार, मीन्टू सिंहा पिन्टू चक्रवर्ती ,अशोक आईच, गौतम बोस, विवेकान्द दत्ता, बाबु जैना, भानु जैना, काजल रीणा पडिया, संगीता बहेरा , पुरोबि वर्मा, रिता बेनर्जी दिपा माईती, अदिती आईच, मटृटू कारपा, मुनमुन सिंहा, सिल्पी राय, त्रीपती पाल, पुर्निमा मण्डल, मुटृठू कर, काविता डे, कि आईच, मधुमिता, इन्द्रनि मुखर्जी नितू सरकार, सुब्रत चक्रवेदी, सोनू पाल ने योगदान दिया।