बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल के आगमन पर क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल रहा स्थानीय लोगों ने मुख्य चौक से लेकर मंदिर प्रांगण तक पैदल गये ततपश्चात् लखेश्वर बघेल ने बाली मेला भी देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना करते हुए क्षेत्रवासियों हेतु मंगलकामना की…
♦️तीन माह से चलने वाले इस बाली जात्रा की शुरूआत स्थानीय देवी देवताओं की पूजा-अर्चना कर किया गया प्रत्येक वर्ष के भांति इस वर्ष भी मेला का आयोजन भव्यरुप से रखा गया था बस्तर विधायक श्री लखेश्वर बघेल ने भीमा देव की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की..
♦️बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा की हमारे यहां आदिवासी परंपराओं के पीछे जो भाव, दर्शन और कथाएं हैं, उसे जाने-समझे बिना छत्तीसगढ़ की संस्कृति को नही पहचान सकते है बस्तर में एक अनूठी परंपराओं और तीज-त्यौहारों को सहेजने का काम किया जा रहा था गांव-गांव में स्थित देवगुडि़यों के संरक्षण का काम भी इसी उद्देश्य से शुरू किया गया था लेकिन अभी वर्तमान में भाजपा की सरकार ज़ब से बनी हैं छत्तीसगढ़ की संस्कृति को ओर पीछे की ले जा रहे हैं|
♦️ बघेल ने कहा की आदिवासी परंपराओं को आगे बढ़ाने वाले पुजारी, बैगा, गुनिया, मांझी, हाट पहरिया, बजा मोहरिया को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में शामिल करते हुए उनके लिए 7 हजार रुपए की वार्षिक सहायता की व्यवस्था हमारे सरकार द्वारा किया जा रहा था वर्तमान सरकार हमारे देवी देवताओं और आने वाली पीढ़ियों को अंधेरा की ओर ढकेलने का कार्य कर रही हैं