माइनिंग विजॉर्ड के रूप में विख्यात एनएमडीसी कोल डिवीजन के सलाहकार शुक्ला का हुआ आगमन

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  •  नामचीन शख्सियत को अपने बीच पाकर भाव विभोर हुए लोग

जगदलपुर एनएमडीसी बचेली के पूर्व कार्यकारी निदेशक अरूण कुमार शुक्ला का दो दिवसीय प्रवास पर किरंदुल आगमन हुआ। अरुण कुमार शुक्ला ने एनएमडीसी बचेली के बाद हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड में भी अध्यक्ष एवं कार्यकारी निदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दी थी।

अरुण शुक्ला वर्ष 2021- 22 में देश की प्रतिष्ठित एमजीएमआई पुरस्कार से सम्मानित हुए हैं, और देश इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियर्स, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मेटल्स, एमईएआई, आईसीसी, फिक्की, आईसीडीसी इत्यादि श्रेष्ठतम संस्थाओं के सदस्य हैं या फिर उनसे संबद्ध हैं। एचसीएल को वित्तीय संकट से उबार कर नॉन बैंकिंग सेक्टर में रू. 500 करोड़ का राजस्व अपने स्वयं के प्रयास से प्राप्त करवाने का श्रेय भी अरूण कुमार शुक्ला को ही जाता है। इनके द्वारा विकसित तकनीक के जरिए वेस्ट कॉपर को प्रससंस्कृत किया जाता है। इस तकनीक से आज देश विदेश की लगभग सभी कंपनियां अपनाकर लाभांवित हो रही हैं। कमांडर वीके जेटली द्वारा लिखित एवं एक्सेल पब्लिसर्श द्वारा प्रकाशित पुस्तक 100 ग्रेट आईआईटियंस डेडीकेटेड टू द सर्विस ऑफ नेशन में अरुण कुमार शुक्ला को स्थान प्राप्त होना ही देश के प्रति उनकी निष्ठा व देशभक्ति का प्रमाण है, जिन्होंने विदेशों में मिलने वाले भारी-भरकम पैकेज का मोह त्याग कर देश की सेवा करना ही अपना धर्म समझा। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी उनकी प्रशंसा कर चुके हैं। देश विदेश में माईनिंग विजार्ड के रूप से पहचाने जाने वाले अरूण शुक्ला एचसीएल से सेवानिवृत्ति उपरांत भी देश के विकास के प्रति उनका उन्माद व कर्तव्यनिष्ठा ही है जिसके फलस्वरूप वे वर्तमान में एनएमडीसी कोल डिवीजन में रांची में सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं।

परिषद ने किया स्वागत

इनके किरन्दुल प्रवास की जानकारी प्राप्त होने पर उ.प्र. बिहार सांस्कृतिक परिषद ने अपने सदस्यों के आग्रह पर इनके स्वागत समारोह का आयोजन किया। इसका आमंत्रण अपने व्यस्ततम कार्यक्रमों के बावजूद अरुण कुमार शुक्ला ने सहर्ष स्वीकार किया। गुरूवार को उप्र -बिहार सांस्कृतिक परिषद के सभा कक्ष में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी सदस्यों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। अपने मध्य देश के खनन विशेषज्ञ, शिक्षाविद तथा देश के गौरव को पाकर सभी सदस्य आत्मविभोर थे।स्वागत समारोह के आरंभ में सर्वप्रथम अरुण शुक्ला ने द्वारा दीप प्रज्जवलित किया। स्वागत समारोह में अरुण कुमार शुक्ला के साथ पी. नाईक सीजीएम, विवेक डीजीएम माइनिंग, प्रशांत वर्मा डीजीएम वित्त, अभिजीत घोष एजीएम कार्मिक, राकेश रंजन एजीएम कार्मिक तथा नवीन वरिष्ठ प्रबंधक कार्मिक आमंत्रित थे। सर्वप्रथम सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष रवींद्र सोनी, सचिव उपेंद्र त्रिपाठी, अतुल सिंह तथा अन्य पदाधिकारी सदस्यों ने आमंत्रित सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। सांस्कृतिक परिषद की वरिष्ठ महिला सदस्य मीरा तिवारी व पुष्पा सिंह ने महिला सदस्यों के साथ आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में यूपी बिहार के वरिष्ठ नागरिक व राजनीतिज्ञ रामबाबू सिंह गौतम व बीटीओए अध्यक्ष राकेश सिंह गौतम तथा किरंदुल के सर्वजनप्रिय शैलेंद्र सिंह की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भव्यता प्रदान की। यूपी-बिहार के सदस्यों को आमंत्रित सभी सदस्यों ने संबोधित किया। अरूण कुमार शुक्ला ने अपने उद्‌द्योधन में यूपी- बिहार सामाजिक परिषद को धन्यवाद देते हुए परिषद के कार्यों की प्रशंसा की तथा अपनी ओर से आर्थिक योगदान भी दिया। कार्यक्रम के दौरान प्रशांत वर्मा ने अपने गायन से इस आयोजन में समां बांध दिया। अंत में सामूहिक भोज के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। अरुण शुक्ला ने अपनी ओर से सामाजिक परिषद को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिलाया तो उनको विदाई देते सामाजिक परिषद के सदस्यों के नेत्र सजल हो उठे।