फरसगांव में नगर पंचायत की नाक के नीचे तन गई दोमंजिला अवैध दुकान, बेसुध पड़ा है अमला

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  •  नगर पंचायत काम्प्लेक्स से सटाकर बना रहा दुकान

अमरेश झा

कोंडागांव यूं तो निवास एवं व्यवासायिक प्रयोजन हेतु दुकान अपने पसंद से कहीं भी और कभी भी बना सकते हैं, मगर जमीन अपनी हो और समस्त दस्तावेज सही हो तभी। वहीं कोंडागांव जिले के फरसगांव ब्लॉक में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। यहां एक कहावत चरितार्थ हो रही है कि सैया भये कोतवाल तो डर काहे का। जी हां इस कहावत को चरितार्थ किया है फरसगांव के एक दुकानदार ने।

दरअसल फरसगांव के बस स्टैंड पर बन रहे नगर पंचायत के नए व्यवासायिक परिसर से लगकर इन दिनों शासकीय भूमि पर अवैध रूप से मनमाना निर्माण कार्य करवाने का मामला प्रकाश में आया है। फरसगांव बस स्टैंड में निर्माणाधीन व्यवसायिक काम्प्लेक्स के ठीक बगल में एक और दोमंजिली दुकान का निर्माण कार्य तेजी से कराया जा रहा है। लेकिन उक्त निर्माण कार्य हेतु न तो नगर पंचायत से अनुमति ली गई है, न ही संबंधित व्यक्ति के पास जमीन का कोई वैध दस्तावेज है। बावजूद इसके नगर के बीचों बीच धड़ल्ले से निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को सब कुछ पता होने के बावजूद अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई न करना नगर में जनचर्चा का विषय बना हुआ है। फरसगांव की जनता के बीच तो यहां तक चर्चा है कि संबंधित दुकानदार द्वारा नगर पंचायत के अधिकारी, कर्मचारियों से लेकर वहां के जनप्रतिनिधियों तक को अच्छा खासा नजराना देकर उक्त निर्माण कार्य कराया जा रहा है तभी संबंधितों ने इतने बड़े स्ट्रक्चर को नजर अंदाज कर रखा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पंचायत फरसगांव द्वारा बस स्टैड में काम्प्लेक्स बनवाने के लिए जिला खनिज न्यास निधि मद से 25 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई थी। जिसके पश्चात नगर पंचायत ने काम्प्लेक्स के निर्माण का कार्य शुरू करवा दिया था। वर्तमान में लगभग 70-80 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा भी हो चुका है। लेकिन इसके साथ साथ काम्प्लेक्स की दीवार से सटाकर उतनी ही तेज गति से एक अन्य भवन का निर्माण कार्य भी चल रहा है। जिसमें न तो नगर पंचायत से कोई अनुमति ली गई है न ही अन्य नियमों का पालन किया जा रहा है।

सिर्फ नोटिस देकर इतिश्री

दुकान निर्माण के लिए संबंधित व्यक्ति ने नगर पंचायत से न तो अनुमति ली है और न ही एनओसी प्राप्त किया है। बावजूद नगर पंचायत प्रशासन अवैध निर्माण रोकने कोई एक्शन नहीं ले रहा है। नगर पंचायत के अधिकारी संबंधित व्यक्ति को सिर्फ नोटिस भेजकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ले रहे हैं। जमीनी कार्रवाई का सर्वथा अभाव दिख रहा है। अवैध निर्माण करने वाले व्यक्ति को पहले दो नोटिस भेजे जा चुके हैं और तीसरा नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। पहला नोटिस 10 फ़रवरी को और दूसरा नोटिस 4 मार्च को भेजा गया था। संबंधित व्यक्ति ने दोनों नोटिस को बहुत ही हल्के में लिया और नोटिस का जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझा। वहीं तीन माह गुजर जाने के बावजूद अवैध निर्माण पर रोक नहीं लगाई जा सकी है। इससे तो यही लगता है कि अवैध निर्माण को कहीं न कहीं प्रश्रय मिला हुआ है।

वर्सन

होगी कार्रवाई

दुकान निर्माण हेतु नगर पंचायत से अनुमति नहीं दी गई है। हम संबंधित व्यक्ति को दो नोटिस भेज चुके हैं। एक और नोटिस भेजकर उन्हें सम्पूर्ण दस्तावेजों के साथ तलब कर रहे हैं। यदि दस्तावेज नहीं होंगे तो भवन के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

अजय सिंह राजपूत,

   सीएमओ, नगर पंचायत, फरसगांव