- नक्सलियों के स्लीपर सेल का जीत रहे भरोसा, हासिल कर रहे हैं जनविश्वास भी
- नक्सल गढ़ में खुला उम्दा अस्पताल, आत्मसमर्पण का दौर भी जारी
-अर्जुन झा-
जगदलपुर छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार नक्सल समस्या उन्मूलन की दिशा में ठोस रणनीति के साथ आगे बढ़ते हुए कामयाबी के झंडे गाड़ती चली जा रही है। इसमें उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा की बड़ी भूमिका है। विजय शर्मा का अब तक का परफॉरमेंस बताता है कि नक्सल मोर्चे पर वे छत्तीसगढ़ के पहले सफलतम गृहमंत्री के रूप में प्रतिष्ठित हो चुके हैं।
गृहमंत्री का दायित्व सम्हाने के बाद से विजय शर्मा शायद ही कभी चैन से बैठे हों। कभी वे बस्तर संभाग के घोर नक्सल प्रभावित गांवों के दौरे पर चले आते हैं, वहां पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों के कैंप में जाकर उनका हौसला अफजाई करते हैं, ग्रामीणों के बीच पहुंच कर उनकी समस्याएं और सुख दुख पूछते हैं तथा उनका निदान कराते हैं और फिर रायपुर लौटकर उस गांव के सरपंच, उप सरपंच एवं किसी युवा को खुद ही फोन लगाकर समस्या के निदान की स्थिति के बारे में पूछते हैं तो कभी उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा रायपुर के अस्पताल में भर्ती आईईडी ब्लास्ट में घायल सुकमा की महिलाओं से मिलने पहुंच जाते हैं। जब एक जनप्रतिनिधि इतना जागरूक होगा, तो स्वाभाविक है प्रशासनिक अमला भी मुस्तैद रहेगा ही। जवानों का जोश भी हमेशा हाई बना रहेगा। सजग जनप्रतिनिधि जनता के दिलों में आसानी से अपना घर बना ही लेता है। विजय शर्मा के ऐसे कदमों के सुकमा और बस्तर की जनता कायल हो गई है। बस्तर संभाग के सुकमा, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कांकेर जिलों के धुर नक्सल प्रभावित गांवों लगातार पुलिस और सुरक्षा बलों के कैंप स्थापित किए जा रहे हैं। जहां सुरक्षा और शांति होगी वहां विकास के रास्ते खुद बखुद बन जाते हैं और ऐसा ही कुछ बस्तर संभाग में देखने को मिल रहा है। सुकमा जिले के सबसे ज्यादा संवेदनशील गांव पूवर्ती में सीआरपीएफ द्वारा सर्व सुविधायुक्त अस्पताल का खोला जाना भी विजय शर्मा की एक बड़ी उपलब्धि है। दूसरी ओर नक्सलियों और नक्सल समर्थक ग्रामीणों का आत्मसमर्पण बड़े पैमाने पर हो रहा है। आत्म समर्पण का रिकॉर्ड बनता जा रहा है। यह भी गृहमंत्री के रूप के रूप में विजय शर्मा की बड़ी सफलता है। इन सारी बातों का लब्बो लुआब यही है कि गृहमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा नक्सलियों के खिलाफ हर मोर्चे पर कामयाब जंग लड़ रहे हैं। ऐसे में बस्तर में शांति स्थापना तय है।
कोंडागांव में किया मंथन
कोंडागांव बस्तर को नक्सलवाद की काली छाया से मुक्त करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार बहुआयामी प्रयास कर रही है। एक साथ अनेक मोर्चों पर पहल, प्रयास और कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने 2 जून को कोंडागांव में समाज के बुद्धिजीवी वर्ग के साथ सरकार की पुनर्वास नीति को और किस ढंग से बेहतर किया जा सकता है तथा नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए क्या अच्छा किया जा सकता है। इस विषय पर करीब 4 घंटे तक गहन विचार विमर्श हुआ। उक्त विषय पर समाज के विकास में कार्यरत लोगों से राय जानी। साथ ही विचार साझे किए गए। उल्लेखनीय है कि उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने हाल ही में गूगल फार्म जारी कर पुनर्वास नीति के संबंध में सुझाव मांगे हैं। उन्होंने माओवादियों से भी अपील की है कि वे ही बताएं पुनर्वास नीति में क्या चाहते हैं।