सरपंच का आरोप – सलवा जुडूम के समय घरों में आगजनी एवं दर्जन बेगुनाह ग्रामीण की हुई हत्या

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दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सरपंच एवं ग्रामीणों ने खोला मोर्चा

सुकमा कलेक्टर से शिकायत कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग

सरपंच पति को पुलिस ने पीटा

जगदलपुर/सुकमा – सुकमा जिले के कोंटा विकासखण्ड कोंडासावली पंचायत एवं आस-पास के गांव में सलवा जुडुम के समय ग्रामीणों के साथ हुई अत्याचार का मामला अब 15 वर्षों बाद निकलकर सामने आने लगा है। कोंडासांवली के सरपंच एवं ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सलवा जुडूम के समय उनसे जुड़े लोगों ने वर्ष 2006-07 में 50 से अधिक घरों को आग के हवाले कर लूट पाट की वारदात को अंजाम देकर एक दर्जन से अधिक बेगुनाह ग्रामीणों का हत्या किया गया था। बेगुनाह ग्रामीणों के हत्यारें आज खुलेआम घुम रहे हैं। सरपंच एवं पंचायत पदाधिकारियों ने सुकमा कलेक्टर से शिकायत कर निष्पक्ष जांच कराने एवं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

ज्ञातव्य हो कि भाजपा शासनकाल में नक्सलियों के खिलाफ सलवा जुडूम आंदोलन चलाया गया था। जिसमें स्थानीय स्तर के नेता पुलिस एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। तब सैकड़ों बेगुनाहों के घरों आग के हवाले कर ग्रामीणों की हत्या जैसी वारदात घटित हुई थी। यह मामला सामने नहीं आया था। हादसे के बाद ऐसे कई सारे फाईल बंद कर दिये थे लेकिन उन दोषियों को सजा दिलाने 15 वर्षों बाद अब जिन बाह आया है। नक्सलियों के गढ़ से एक महिला सरपंच ने उक्त मामले में संलिप्त दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की आवाज उठाई है।

बेगुनाहों की हुई हत्या :

धुर नक्सल प्रभावित जगरगुण्डा इलाके के कोंडासांवली पंचायत एवं आस-पास के गांव में सलवा जुडुम के लोगों द्वारा जमकर उत्पाद मचाया गया था। वहां की महिला सरपंच ने आरोप लगाया है कि सलवा जुडुम से जुड़े लोगों ने सैकड़ों बेगुनाह आदिवासी भाईयों के घरों को जलाकर बंधक बनाकर उनके घरों की सामान लूट ले गये थे। उन बेगुनाहों को हत्या तक कर दी गई थी। सरपंच ने आरोप लगाया है कि 50 से अधिक घरों में आगजनी एवं दर्जन से अधिक ग्रामीणों की हत्या की गई थी। इन वारदातों में शामिल सजवा जुडूम से जुड़ कई लोग आज भी खुलेआम घुम रहे

सरपंच ने किया कलेक्टर से शिकायत:

सलवा जुडुम से समय हुई वारदातों को लेकर किसी ने प्रशासनिक अधिकारियों को बताने का साहस 15 वर्षों में नहीं जुठाया। कोंडासांवली के महिला सरपंच ने साह जुटाते हुए सुकमा कलेक्टर को लिखित शिकायत कर मामले की निश्पक्ष जांच कराने की मांग के साथ-साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

क्या प्रशासन करा पायेगी निश्पक्ष जांच:

नक्सलियों के गढ़ से निकलकर मुख्यालय तक पहुंचने वाली महिला सरपंच का शिकायत काफी गंभीर है अब देखना होगा की सुकमा जिला प्रशासन कितना गंभीरता से लेती है क्यों कि ऐसे भी सुकमा जिले में महिला सरपंच की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया जाता है। पूर्व में भी एलमपल्ली के महिला सरपंच ने सचिव के खिलाफ राशि बंदरबांट का शिकायत भी कलेक्टर सुकमा से किया था जिसका आज दिनांक तक कोई कार्रवाई तक नहीं हुई है।

ग्राम सभा में कलेक्टर से शिकायत का निर्णयः

विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों कोंडासांवली में एक विशेष बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें सरपंच-पंच एवं ग्रामीणों के सर्व सहमति से निर्णय लिया गया था की सलवा जुड़म के समय हुई अत्याचार की निश्पक्ष जांच होनी चाहिए। ग्रामीणों के सर्वसहमति से सुकमा कलेक्टर को मामले की शिकायत की गई है।

सरपंच पति का जगरगुण्डा पुलिस द्वारा मारपीट करने का आरोप सरपंच के द्वारा लगाया गया है जिसकी शिकायत भी कलेक्टर से की गई है।