राज्य की भाजपा सरकार की लापरवाही से जल उठा बलौदाबाजार: दीपक बैज

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  •  पीसीसी चीफ ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
  • लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील की बैज ने

अर्जुन झा

जगदलपुर बलौदा बाजार की घटना से बस्तर के आदिवासी नेता एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज बुरी तरह मर्माहत हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घटना को दुर्भाग्यजनक बताते हुए इसके लिए राज्य की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

सहृदय युवा आदिवासी नेता एवं पीसीसी चीफ दीपक बैज ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि बलौदा बाजार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मै लोगो से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं। सरकार की लापरवाही से यह अप्रिय स्थित निर्मित हुई है। पंद्रह दिनों पहले असामाजिक तत्वों द्वारा पवित्र जैतखाम को नुकसान पहुंचाने के मामले मे त्वरित कठोर कार्रवाई की गई होती तो शायद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं होती। दीपक बैज ने लोगों से संयम और शांति बनाए रखने तथा क़ानून को हाथ मे न लेने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सभ्य समाज मे हिंसा हरगिज बर्दाश्त नहीं की जा सकती। बाबा साहेब के बनाए क़ानून पर भरोसा रखें। दरअसल बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को जमकर बवाल हो गया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी अधिकारियों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की, बल्कि कलेक्ट्रेट, तहसील और जिला पंचायत कार्यालय में भी आग लगा दी।प्रदर्शनकारियों ने पथराव भी किया। वहीं प्रदर्शनकारियों को रोकने में पुलिस नाकाम रही। सतनामी समाज के करीब चार हजार लोग पहुंचे थे। हालात लगातार बिगड़ने पर राजधानी से भी बड़ी संख्या में फोर्स मौके पर भेजी गई है।

हालात बिगड़ने की वजह

पुलिस ने जैतखाम को नुकसान पहुंचाने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सतनामी समाज के लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं। समाज के लोग स्थानीय पुलिस पर असली दोषियों को बचाने का आरोप लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर आक्रोशित हो गए और हालात बिगड़ते चले गए। जैतखाम सतनामी पंथ का ध्वज स्तंभ और संप्रदाय की आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है। आमतौर पर सतनाम समुदाय के लोग मोहल्ले या गांव में किसी चबूतरे या प्रमुख स्थल पर खंभे में सफेद झंडा लगाते हैं।

दुबके रहे पुलिसकर्मी

पथराव के दौरान पुलिसकर्मी जान बचाने कार्यालयों में छिपे रहे। बताया जा रहा है कि भीड़ उग्र हो रही थी, लेकिन लाठीचार्ज के आदेश नहीं मिले। इसके चलते पुलिसकर्मियों को वहां से भागना पड़ा। प्रदर्शनकारी इमारतों पर चढ़ गए और जमकर उत्पात मचाया। आगजनी की खबर पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची तो दमकल गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

शर्मा ने की थी शांति की अपील

एक दिन पहले ही रविवार को उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जैतखाम में हुई तोड़फोड़ मामले की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कही भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की थी।वहीं तीन दिन पहले ही बलौदाबाजार कलेक्टर केएल चौहान और एसएसपी सदानंद कुमार ने शांति समिति की बैठक ली थी। इसमें सभी समाज के लोग और प्रमुख शामिल हुए थे।