बस्तर जिले के सुदूर अंचलों की शालाओं में मनाया गया प्रवेश उत्सव ग्रामीणों में भी दिखा गजब का उत्साह

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  • लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के मिचनार स्कूल में रही प्रवेश उत्सव की धूम
  • सरपंच ने लगाया बच्चों को टीका, कराया शाला प्रवेश

लोहंडीगुड़ा बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा विकासखंड की ग्राम पंचायत मिचनार- 2 में शिक्षा सत्र 2023- 24 का भव्य रूप से शुभारंभ हुआ। 6 से 14 वर्ष तक की आयु वाला कोई भी छात्र छात्रा शाला प्रवेश से वंचित न रह इसको लेकर ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों एवं शिक्षकों के द्वारा गांव जागरूकता अभियान चलाया गया था। यही वजह रही कि ग्रामीणों और बच्चों में प्रवेश उत्सव के दिन खासा उत्साह दिखाई दे रहा था। बड़ी संख्या में पालक अपने बच्चों को प्रवेश दिलवाने स्कूल तक लेकर आए थे।

प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला गंवर छापर मिचनार में ग्राम सरपंच श्रीमती पांडों पोडियामी के मुख्य आतिथ्य में प्रवेश उत्सव मनाया गया जहां सरपंच पांडों पोड़ियामी ने टीका लगाकर नए छात्र छात्राओं को प्रवेश दिलवाया। उन्होंने बच्चों को गणवेश एवं पाठ्य पुस्तकों का भी वितरण किया। इस अवसर पर सरपंच ने उपस्थित पालकों से बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का आग्रह भी किया। श्रीमती पोड़ियामी ने कहा कि शिक्षित बनकर ये बच्चे हमारे गांव, विकासखंड, जिले, छत्तीसगढ़ और देश के विकास में योगदान दे सकेंगे।

बच्चों ने किया पौधरोपण

शाला में बच्चों के दाखिला के बाद पालकों ने बच्चों से एक एक पौधा लगवाया और नियमित रूप से पौधों की देखरेख करने की शपथ भी दिलवाई। सरपंच ने पांडो पोड़ियामी ने इस कार्य की प्रशंसा की और पेड़ों की महत्ता बताई। इस दौरान शाला परिसर में एवं आसपास विभिन्न प्रजातियों के सैकड़ों पौधे रोपे गए।

पहले ही दिन न्योता भोज

शाला प्रवेश उत्सव में ग्राम पंचायत मिचनार की सरपंच श्रीमती पांडों पोडियामी एवं पंच श्रीमती मासे मंडावी, चैतू राम मंडावी के सौजन्य से बच्चों के लिए न्योता भोज का आयोजन किया गया। न्योता भोज में बच्चों को स्वादिष्ट भोजन करवाया गया। एवं मिष्ठान भी खिलाया गया। इस प्रकार के आयोजन से लोगों में खुशी देखने को मिली। इस अवसर पर प्रधान पाठक नवल किशोर तिवारी, शिक्षक शैलेंद्र तिवारी, सीएसी यमुनेश्वर आचार्य, गोवर्धन बघेल, हालेश हिड़को, ग्रामीण लालो पोडियामी, मंगतू राम पोडियामी, रामधर यादव, मोहन कवासी, श्रीमती कुमे बाई, श्रीमती सुकड़ी पोडियामी, श्रीमती कुमे मंडावी, बैसू मंडावी, जटेल पोडयामी, सुकडी पोडयामी, राजू कश्यप, चैतू मंडावी, जोगाराम पोयाम, नारायण पोडयामी सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।