ट्रक यूनियन ने रायपुर के परिवहन विभाग कार्यालय में अवैध वसूली के विरोध में किया प्रदर्शन

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  • विरोध प्रदर्शन होता भागा फिटनेस कंपनी का मैनेजर

रायपुर राजधानी रायपुर के आरटीओ के एटीएस फिटनेस सेंटर में 50 से ज्यादा परिवहन व्यवसायियों ने प्रदर्शन किया। आरटीओ ऑफिस में वाहन मालिकों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।

परिवहन व्यवसायियों का कहना है कि गाड़ियों की फिटनेस चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। फिटनेस चैक करने वाली कंपनी द्वारा वाहन चालकों से पैसे मांगे जा रहे हैं। पैसे नहीं देने पर गाड़ियों को घंटो खड़े कर दिया जाता है। जिससे गुस्साए वाहन चालकों द्वारा परिवहन विभाग के अधिकारियों को शिकायत करने पर कंपनी का मैनेजर मौके से फरार हो गया है।जिले के सभी ट्रेलर, डाला बॉडी, फट्टा ट्रेलर वाहन संचालकों द्वारा आज मोटर साइकिल रैली निकालकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए आरटीओ ऑफिस पहुंचकर जोरदार नारेबाजी की। उन सभी ने एक स्वर में आरोप लगाते हुए कहा कि फ़िटनेस के समय लगाया जाने वाले रेडियम की वास्तविक क़ीमत केवल लगभग 500 रुपये से 600 रुपए है, जबकि कुछ ख़ास लोगों को इसकी ऐजेंसी देकर 3500 रुपए वसूले जा रहे हैं, जो कि नाजायज है। उन सभी ने मांग की है कि जिस तरह पहले रेडियम वाहन मालिक लगवाते थे, उसी प्रकार पुनः उन्हें किसी भी दुकान से लेकर लगाने दिया जाए। और जिन गाड़ियों में पहले से स्पीड गवर्नर लगा है उसे माना जाए तथा नए गवर्नर के नाम पर 4500 रुपये की वसूली तत्काल प्रभाव से बंद की जाए। इसके अलावा वाहन चालक- मालिकों ने अन्य मांगों में कहा है कि वराज्य सरकार के नियमानुसार परमिट का नवीनीकरण तत्काल तिथि से किया जाए न कि पुरानी तिथि से। चेकिंग के दौरान चौक चौराहों पर गाड़ी का पेपर ले के चले जाने की वजह से मालिक को पूरे दिन परेशान होना पड़ता है तथा गाड़ी भी खड़ी रहती है और वाहन मालिक को अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। यदि वाहन में किसी प्रकार का अनैतिक कार्य किया जा रहा है जिससे कि आप के विभागीय अधिकारियों को उससे पेपर लेने की आवश्यकता महसूस होती है तो तत्काल स्पॉट पर ही कार्रवाई की जाए। न कि उन्हें बेवजह परेशान करते हुए उनके पेपर को लेकर वाहन संचालकों को अनावश्यक ऑफिस के चक्कर लगवाया जाए।