वन भूमि पट्टेदार के निधन पर भूमि का हक अब वारिसों को मिलेगा, उठेगी फौती, पट्टे पर मिलेगा बैंक लोन भी : साय

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  • पाटेश्वर धाम को मुख्यमंत्री साय ने दी सौगातें, गुरु पूर्णिमा में हुए शामिल
  • बड़े जुंगेरा में 100 सीटर छात्रावास का होगा निर्माण

डौंडीलोहारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पाटेश्वर धाम में आयोजित गुरू पूर्णिमा महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने प्रदेशवासियों को गुरू पूर्णिमा की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने पाटेश्वर धाम में ब्रम्हलीन गुरुदेव रामजानकी

दास की समाधि निर्माण कराने की घोषणा की। मंदिर परिसर में हाई मास्ट लाईट लगाने एवं मंदिर परिसर की सीता रसोई में श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण कराने की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने की।प्री मैट्रिक बालक छात्रावास बड़े जुगेंरा में स्वीकृत 50 सीट को बढ़ाकर 100 सीट करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गुरू पूर्णिमा के अवसर पर बालोद जिले के डौंडी लोहारा विकासखंड स्थित जामड़ी पाटेश्वर धाम आश्रम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने वहां सत्संग स्थल कौशल्या धाम में संत योगी राम बालकदास से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को गूरूपूर्णिमा की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री  साय ने पाटेश्वर धाम आश्रम के लिए अनेक सौगात भी दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने मंदिर परिसर में ब्रम्हलीन गुरूदेव रामजानकी दास की समाधि निर्माण कराने तथा मंदिर परिसर में हाई मास्ट लाईट लगाने एवं मंदिर परिसर के सीता रसोई में श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण कराने की घोषणा की। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ग्राम बड़े जुंगेरा स्थित प्री मैट्रिक बालक छात्रावास की स्वीकृत सीटें 50 से बढ़ाकर 100 सीट करने की घोषणा भी की। इस अवसर पर कांकेर के सांसद भोजराज नाग, साजा विधानसभा क्षेत्र के विधायक ईश्वर साहू, राज्य बाल संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष यशवंत जैन, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर, जिला भाजपा अध्यक्ष पवन साहू , राकेश यादव, दुर्ग रेंज के आईजी रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, प्रभारी एसपी जेआर ठाकुर तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। पाटेश्वर धाम में पहुंचने के पश्चात सर्वप्रथम मुख्यमंत्री ने कौशल्या धाम सत्संग परिसर में पाटेश्वर धाम के संचाल रामबालक दास से भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने पाटेश्वर धाम मंदिर परिसर में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री साय मंदिर परिसर में स्थित ब्रम्हलीन संत राम जानकी दास के समाधि स्थल में पहुंचकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने सत्संग स्थल परिसर में रुद्राक्ष के पौधे का रोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने वहां शिव मंदिर में पूजा अर्चना में शामिल होकर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मेरे लिए परम सौभाग्य का विषय है कि मुझे गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर पाटेश्वर धाम आने का मौका मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाटेश्वर धाम से उनका बहुत पुराना नाता है। वे विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री के अपने कार्यकाल के दौरान से ही वे लगातार पाटेश्वर धाम आते रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाटेश्वर धाम मंदिर परिसर में पंचमुखी हनुमान मंदिर, पूज्य गुरू रामजानकी दास जी के समाधि स्थल आदि विभिन्न विकास कार्यों के वे साक्षी रहे हैं।  साय ने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की जन्मभूमि है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद आयोध्या में भव्य रामलला के मंदिर का निर्माण कर विगत 22 जनवरी उनका प्राण प्रतिष्ठा किया गया है। ये सब हमारे लगभग 5 सौ वर्षों के अथक परिश्रम और संघर्ष के फलस्वरूप संभव हो सका है। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए खाद्यान्न, डाॅक्टरों की टीम आदि हमने अयोध्या भेजा है। इसके अलावा हमने इस दौरान लगातार 2 माह तक अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए लंगर भी कराया है। श्री साय ने कहा कि आज से कुछ दिन पूर्व हमारे मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने अयोध्या जाकर भगवान रामलला के दर्शन किए है। इसके साथ ही हमारी सरकार ने श्रद्धालुओं को अयोध्या में भव्य राम मंदिर एवं भगवान राम के दर्शन हेतु छत्तीसगढ़ में  रामलला दर्शन योजना भी लागू की है। इस योजना के माध्यम से राज्य के श्रद्धालुओं को निःशुल्क अयोध्या भेजकर भगवान श्री रामलला का दर्शन कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री साय ने अपने कार्यकाल के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य में हुए विकास कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि 7 माह के अल्प कार्यकाल में ही छत्तीसगढ़ सरकार ने विकास के अनेक सोपान तय किए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के अंतर्गत विगत खरीफ विपणन वर्ष में 145 मीट्रिक टन धान की खरीदी की है। जो कि राज्य में अब तक सर्वाधिक धान खरीदी है। इसके अलावा राज्य के किसानों को उनकी मेहनत का वाजिब दाम दिलाने हेतु 2100 रूपए क्विंटल की दर से धान की खरीदी कर रहे हैं। इसके अलावा राज्य की 70 लाख महिलाओं के खातों में महतारी वंदन योजना के अंतर्गत प्रत्येक माह 1 हजार रूपए की राशि अंतरित की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आम जनता के हित में वनभूमि का फौती काटने का निर्णय लिया है। इसके माध्यम से वनभूमि के पट्टेदार की मृत्यु हो जाने पर उस जमीन पर उनके उत्तराधिकारी का नाम जुड़ सकेगा। इसके अलावा उन्हें बैंको से लोन आदि की सुविधा भी मिल सकेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री  साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर प्रदेशवासियों को एक पेड़ मां के नाम पर लगाकर पर्यावरण सुरक्षा में अपनी बहुमूल्य भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। साय ने पर्यावरण तथा संपूर्ण जीव जगत की रक्षा हेतु पेड़ पौधों के महत्व की जानकारी देते हुए कहा कि यदि हम सभी 140 करोड़ देशवासी एक- एक पौधा भी लगाते हैं तो पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाटेश्वर धाम के संचालक संत रामबालक दास ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उनके पूज्य गुरूदेव राम जानकीदास की तपोभूमि यह पाटेश्वर धाम आज कौशल्या धाम के रूप में परिवर्तित हो रहा है। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का पाटेश्वर धाम के साथ पिछले 20-25 वर्षों के अटूट संबंध का भी उल्लेख किया। श्री राम बालकदास ने पाटेश्वर धाम मंदिर परिसर के मांगों की ओर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का ध्यान भी आकृष्ट कराया। समारोह में स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले रमन गावरे एवं गौरक्षकों का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर कांकेर सांसद भोजराज नाग ने कार्यक्रम में उपस्थिति के लिए अतिथियों एवं श्रद्धालुओं के साथ-साथ आम नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया।