- नक्सल हिंसा पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने निर्देश
जगदलपुर बस्तर संभाग के कमिश्नर डोमनसिंह ने गुरुवार को नारायणपुर जिले के एक दिवसीय प्रवास पर रहे। इस दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों की कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में बैठक लेकर संभाग आयुक्त ने नियद नेल्लानार योजना, पीएम जनमन योजना के तहत प्रधानमंत्री आवास, सड़क, आंगनबाड़ी एवं स्कूल भवन भवन निर्माण सहित राजस्व नक्शे सुधार कार्य को समय-सीमा में पूर्ण करने निर्देशित किए।
कमिश्नर बस्तर डोमन सिंह ने छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग में दिए गए निर्देशों के परिपालन में जिले में संचालित विभिन्न निर्माण कार्यों एवं मूलभूत सुविधाओं के विषयों के प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि सड़कों में आवारा मवेशियों के नियंत्रण के लिए तैयार कार्य योजना के अनुसार गौशाला एवं कांजी हाऊस में रखे जाने के साथ ही समुचित कार्यवाही संबंधित विभागों द्वारा समन्वित रूप से सुनिश्चित किया जाए। बैठक में कमिश्नर ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, वनाधिकार पट्टा, जल जीवन मिशन, राजस्व, परिवहन, पशु चिकित्सा, शिक्षा सहित नक्सल प्रभावित परिवारों एवं समर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के लिए किए जा रहे विशेष प्रयासों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। कमिश्नर ने आवारा मवेशियों को सड़कों से हटाने के लिए चिन्हित स्थलों, पशुओं की टेगिंग, रेडियम पट्टी लगाने सहित गौशाला एवं कांजी हाऊस संचालन की जानकारी ली और गौशाला एवं कांजी हाउस में पर्याप्त जगह, चारे एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही आवश्यकता के अनुसार आवारा मवेशियों को रखे जाने हेतु गौशाला एवं कांजी हाउस का विस्तार भी करने कहा। उन्होंने नक्सली पीड़ित परिवारों के पुनर्वास हेतु शासन की नीति के तहत कार्यवाही कर प्रभावितों को सहायता प्रदान करने सहित शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु संवेदनशीलता के साथ पहल करने के निर्देश दिए। कमिश्नर डोमनसिंह ने बारिश के दौरान मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार हेतु सजगता के साथ दायित्व निर्वहन करने निर्देशित किया कि जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित उप स्वास्थ्य केंद्रों में मौसमी बीमारियों के उपचार के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करें। सभी स्तरों पर जीवन रक्षक दवाइयों की उपलब्धता को ध्यान रखकर मैदानी क्षेत्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, मितानिनों सहित अंदरूनी ईलाके के आश्रम-छात्रावास अधीक्षकों के पास भी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने निर्देशित किए। उन्होंने समीक्षा करते हुए जिले में संचालित नियद नेल्लानार योजनांतर्गत चलाए जा रहे मूलभूत सुविधा के कार्यों सड़क, बिजली, पानी, राशन, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित आंगनबाड़ी केन्द्रों में संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधा लगाने, भवन निर्माण, पोषण ट्रैकर, रैंकिंग वाटर, किचन शेड, पोषण वाटिका सहित सामग्रियों और गैस कनेक्शन की उपलब्धता की जानकारी ली।
कमिश्नर ने खरीफ फसल सीजन हेतु किसानों को पर्याप्त बीज-खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने किसानों की मांग के अनुरूप उर्वरक की व्यवस्था करने पर बल देते हुए आवश्यकता के आधार पर खाद की नई रैक मंगवाने के निर्देश दिए। बैठक में वनाधिकार मान्यता पत्रों का डिजिटाइजेशन एवं फौती-नामांतरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनांतर्गत नवीन पंजीकृत किसानों का ई-केवाईसी एवं आधार सीडिंग, जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति एवं पूर्ण योजनाओं को आरंभ करने सहित राजस्व अभिलेखों में त्रुटि सुधार प्रकरणों का निराकरण, भू-अर्जन अवार्ड के अनुरूप राजस्व अभिलेखों का दुरुस्तीकरण एवं संबंधित विभागों को संशोधित अभिलेख प्रदाय करने, राजस्व नक्शे में सुधार के लंबित प्रकरणों के निराकरण हेतु अभियान इत्यादि की बिंदुवार समीक्षा की गई। उन्होंने जिले में संचालित योजनाएं जैसे अटल पेंशन, जीवन ज्योति, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुषमान कार्ड, जाति, निवास, जन्म प्रमाण पत्र के प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने ध्वनि प्रदूषण के संबंध में पुलिस अधीक्षक को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये। कमिश्नर श्री डोमनसिंह ने कहा कि जिले के नक्सल प्रभावित परिवारों के सदस्यों को शासकीय सेवा में नियुक्ति देने के पूर्व दस्तावेजोें का सत्यापन गंभीरता पूर्वक करें। उन्होंने जिले में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित हायर सेकंडरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी की पूर्ति करते हुए वीसी के माध्यम से शिक्षक विहीन स्कूलों के बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था करने निर्देशित किए। बैठक के दौरान कलेक्टर बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, डीएफओ सचिका नंदन के., उपायुक्त बीएस सिदार, एसडीएम वासु जैन, अपर कलेक्टर बीरेंद्र बहादुर पंचभाई, संयुक्त कलेक्टर अभिषेक गुप्ता, डिप्टी कलेक्टर अभयजीत मंडावी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग बद्रीश सुखदेवे सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।