गाय को सड़क दुर्घटना से बचाने संजय बैस ने शुरू की अनूठी पहल

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  • 70 गाय को बांधा गया रेडियम बैंड
  • सड़क दुर्घटना में आएगी कमी

दल्लीराजहरा – ग्राम पंचायत कुसुमकसा के मुख्य मार्ग पर सड़क पर बैठी आवारा गायें रात के समय बस, ट्रक चालकों को नहीं दिखती हैं। जिससे अक्सर गाय दुर्घटना का शिकार हो रही हैं। इस तरह की दुर्घटना रोकने के लिए गायों के गले में रेडियम बैंड लगाने का कार्य जनपद पंचायत सदस्य संजय बैस के एक दल द्वारा किया गया।सड़क पर गायों की संख्या बढऩे से दुर्घटना के मामले भी ज्यादा हो गए हैं। आवारा गायों के पुनर्वास के सभी प्रयास विफल नजर आ रहे हैं। सड़क पर मौजूद गायों के साथ अक्सर रात को दुर्घटना हो रही है। ऐसे में गायों की सुरक्षा के लिये जनपद सदस्य संजय बैस के दल का अनूठा प्रयास कर रहा है। संजय बैस ने बताया कि उनके एवम उनके दल के द्वारा रेडियम की पट्टी को 70 गायों के गले में बांधा गया। जिसका असर यह है कि रात के समय गाय के गले में रेडियम पट्टी दूर से ही चमकने लगती है।ट्रक व अन्य बड़े वाहन चला रहे चालक गाय, बछड़े आदि को देखकर सावधान हो जाएंगे। जिससे गायों की दुर्घटना में कमी आने की संभावना जताई जा रही है। मालिकों द्वारा अपने गायों को लोग खुला सड़क पर छोड़ दे रहे हैं। ऐसे में रेडियम बैंड लगने से रात के समय भी गाय की दृश्यता बनी रहेगी। जिससे दुर्घटना के मामले कम हो जाएंगे। इस कार्य में देवराज जैन, विनोद सोनी, मनीष जेठवानी, संतोष जैन, इमरान खान, जगत सिन्हा, गौरी शंकर साहू, नितिन जैन, मोनू गुप्ता, मोती कुचेरियां, गोविंद सिन्हा, पूनम सिन्हा, आशीष जैन, दीपक यादव, रवि यादव, पुष्पजित बैंस आदि कार्य कर रहे है।

बिल्ली के गले में घंटी बांधने जैसा कार्य

गायों के गले में रेडियम बैंड लगाना बिल्ली के गले में घंटी बांधने जैसा है। छोटे बछड़ों के गले में बैंड बांधना आसान है, लेकिन बड़ी गाय व सांड़ के गले में बैंड बांधना काफी खतरे से भरा कार्य है। कई बार बैंड बांधते समय गाय व बैल घसीटने लगते हैं। हमला करने की भी संभावना रहती है। इसके बाद भी गायों की सुरक्षा के लिए संजय बैस एवम उनके दल के सदस्य अपने कार्य से समय निकालकर लगे हुए थे।