- छग शासन की पुनर्वास नीति से नक्सली प्रभावित
–अर्जुन झा-
जगदलपुर छत्तीसगढ़ शासन की नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से से सुकमा जिले में फिर एक सक्रिय महिला नक्सली समेत पांच नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण कर दिया। इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित करने में डीआरजी अल्फा टीम, थाना पुलिस बल पोलमपल्ली, 208 कोबरा वाहिनी एवं जी 188 वाहिनी सीआरपीएफ की आसूचना शाखा की विशेष भूमिका रही है।
बस्तर संभाग के सुकमा जिले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में चलाया जा रहे छत्तीसगढ़ शासन की ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं ‘नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैंप स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर हिंसा से तंग आकर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से नक्सली संगठन में सक्रिय 1 महिला सहित कुल 5 नक्सलियों ने समर्पण किया है। इनमें महिला दुधी भीमे पति सोड़ी रमेश अरलमपल्ली आरपीसी सीएनएम सदस्या उम्र 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी अरलमपल्ली बडापारा थाना पोलमपल्ली, वेट्टी राजा पिता वेट्टी हिड़मा टेटेमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य उम्र 30 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोमलपाड़ कोसनपाड़ थाना किस्टाराम, वंजाम गंगा पिता स्व. मासा टेटेमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य उम्र 27 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोमलपाड़, दुधी पोज्जा उर्फ बोक्के उर्फ बैरा पिता भीमा टेटेमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य उम्र 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोमलपाड़ (कोसनपाड़) थाना किस्टाराम एवं कवासी भीमा पिता स्व. हिड़मा टेटेमड़गू आरपीसी मिलिशिया सदस्य) उम्र 49 वर्ष जाति मुरिया निवासी कोमलपाड़ कोसनपाड़ शामिल हैं। इन लोगों ने आज 30 अगस्त को पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में शमनीष रात्रे उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा, कृष्ण कुमार चंद्रा, सहायक कमांडेंट 188 वाहिनी सीआरपीएफ एवं आरक्षक एल. शेषागिरी, 208 कोबरा वाहिनी के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। महिला नक्सली दुधी भीमे पति रमेश को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जी188 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा एवं थाना पुलिस बल पोलमपल्ली का विषेष प्रयास रहा एवं शेष नक्सलियों को आत्मसर्मण हेतु प्रोत्साहित करानें में रामकृष्ण तिवारी, सहायक कमांडेंट 208 कोबरा वाहिनी आसूचना शाखा एवं डीआरजी अल्फा टीम का विशेष प्रयास रहा। सभी सदस्य प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गश्त पार्टी की रेकी कर हमला करने, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक, बम लगाने, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करने, शासन- प्रशासन के विरूद्ध बैनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने आदि घटनाओं में शामिल रहे हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदान कराई जाएंगी।