बीजापुर के ऑपरेशन केजीएच का बड़ा असर; तेलंगाना में 20 नक्सली गिरफ्तार, 8 ने किया आत्मसमर्पण

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  •  भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार भी हुआ बरामद 

-अर्जुन झा-

जगदलपुर बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में सीआरपीएफ की अगुवाई में चलाए गए ऑपरेशन केजीएच का बड़ा असर बीजापुर जिले से सटे पड़ोसी राज्य तेलंगाना में भी देखने को मिल रहा है। इस ऑपरेशन ने नक्सलियों के बीच ऎसी खलबली मचा दी है कि वे अब भागे भागे फिर रहे हैं। इसी फेर में बीस नक्सली तेलंगाना पुलिस के हत्थे चढ़ गए। वहीं आठ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। गिरफ्त में आए नक्सलियों से भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार बरामद किए गए हैं। तेलंगाना पुलिस ने नक्सलियों के बड़े शहरी नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है।

बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में तेलंगाना की सीमा से सटी कर्रेगुट्टा पहाड़ी जो केजीएच यानि कर्रेगुट्टालु हिल के नाम से भी जानी जाती है। केजीएच छत्तीसगढ़, तेलंगाना और सीमावर्ती आंध्रप्रदेश के बड़े नक्सली लीडर्स की शरण स्थली रही है। इस पहाड़ी पर सीआरपीएफ, एसटीएफ और डीआरजी द्वारा लगातार 21 दिनों तक चलाए गए ऑपरेशन में 31 नक्सली मारे गए और नक्सलियों के दर्जनों बंकर, गुफाएं, हथियार फैक्ट्री, हथियार भंडार, छुपने के ठिकाने आदि तबाह कर दिए गए। पहाड़ी से दो टन बारूद, 12 टन अनाज, हठगोले आदि बरामद किए गए थे। देश में यह सबसे बड़ा सफल एंटी नक्सल ऑपरेशन साबित हुआ। इस ऑपरेशन नक्सली लीडर्स में खलबली मच गई है। कई बड़े नक्सली पड़ोसी राज्यों में जा छुपे हैं। तेलंगाना राज्य के मुलुगु जिले में पुलिस ने 20 नक्सलियों की गिरफ्तारी ऑपरेशन केजीएच का ही सुफल है। इन नक्सलियों के पास ने दर्जनों घातक हथियार बरामद किए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि मूलुगू जिले के एसपी के नेतृत्व में सर्चिंग अभियान पर निकले सुरक्षा बलों को यह बड़ी कामयाबी मिली है। मूलूगु जिले के वाजेडु, वेंकटापुरम और कन्नईगुड़म क्षेत्रों से 20 नक्सली गिरफ्तार किए गए। इन नक्सलियों में एक डिवीजनल कमांडर, 5 एरिया कमांडर और 14 पार्टी सदस्य शामिल हैं। गिरफ्तार नक्सलियों से 3 इंसास रायफललें, 4 एसएलआर, एक लोकल राइफल, विस्फोटक, वाकीटॉकी व बड़ी मात्रा में नगदी रकम बरामद की गई है। इसके अलावा तेलंगाना पुलिस के समक्ष आठ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया है। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुनर्वास योजना का लाभ दिया जाएगा। तेलंगाना पुलिस का दावा है कि यह नक्सलियों के शहरी नेटवर्क पर बड़ा प्रहार‌ है। सूत्रों ने बताया कि कर्रेगुट्टा आपरेशन के बाद से क्षेत्र के नक्सलियों पर दबाव बढ़ने से वे तेलंगाना जाकर गिरफ्तार हो रहे और आत्मसमर्पण कर रहे हैं।