भारतीय मजदूर संघ का एक प्रतिनिधि मंडल जिला मंत्री मुश्ताक अहमद के नेतृत्व में राज्य सभा सांसद सरोज पांडेय जी के बालोद प्रवास पर उनसे मिलकर एक ज्ञापन सौंपा , जिसमें संघ ने बी एस पी प्रबंधन पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया और सरोज पांडेय जी को बताया कि 22.05.2020 को बीएसपी के बंधक खदान राजहरा खदान समूह के अंतर्गत आने वाली दल्ली यंत्री कृत खदान में एक फेटल दुर्घटना घटी जिस में कार्यरत ठेका श्रमिक श्री अतिराम की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई।इस तारतम्य में बीएसपी खदान प्रबंधक ने मृतक अतिराम के एक आश्रित को बीएसपी में नौकरी देने बाबत लिखित रूप से हामी भरी।जिसकी प्रतिलिपि भी ईस ज्ञापन के साथ सल्गंन हैं।
किंतु आज 6 माह से भी अधिक समय बीतने के बावजूद अभी तक ऐसा नहीं किया गया है और पूछने पर यही जवाब दिया जाता है कि मामला प्रक्रियाधीन है और जल्द से जल्द पूरा कर लिया जावेगा। बीएसपी प्रबंधन के इस टालमटोल पुर्ण रवैया के कारण मृतक अतिराम के परिवार को आर्थिक संकट और अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आपसे अनुरोध है कि मामले को अपने संज्ञान में लेते हुए मृतक अतिराम के आश्रित को बीएसपी में नौकरी देने के लिखित आश्वासन को जल्द से जल्द पूरा करें पूरा करने हेतु बीएसपी प्रबंधन को आवश्यक दिशा निर्देश देने की कृपा करें।
यहां एक बात गौर करने वाली यह भी है कि आज से पहले राजहरा खदान में जितने भी ठेका श्रमिकों का खदान में कार्य करते हुए दुर्घटना में मौत हुई है, उनके परिवार को 72 घंटे के अंदर अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। किंतु ईस बार प्रबंधन द्वारा जानबूझकर देरी किया जा रहा है। जबकि ईस दुर्घटना के लिए प्रबंधन के अधिकारी और ठेकेदार मुंदर इलेक्ट्रलिक भिलाई पुरी तरह से जिम्मेदार है मगर आज तक उनके ऊपर किसी भी प्रकार की कार्यवाही प्रबंधन द्वारा अभी तक नहीं की गई है। मृतक अतिराम के पास इलेक्ट्रिकल लाईन मेंन का सर्टिफिकेट नहीं था मगर उसके बाद भी ठेकेदार मूंदर इलेक्ट्रिकल भिलाई और प्रबंधन के अधिकारी द्वारा फर्जी तरीके से मृतक के गेटपास पर लाईन मेंन लिखा गया, जो कि एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।मगर बीएसपी प्रबंधन द्वारा ईस किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जा रही है,ईस के विपरित मृतक अतिराम के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति देने में देरी की जा रही है,साथ ईस बात को समझना है कि यह ठेका ऐनवल इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस दल्ली माइंस का है किंतु इसमें एक भी श्रमिक सेमी स्कीलड या स्कीलड नहीं है सभी श्रमिक अनस्कीलड है,?
जबकि इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस का कार्य जोखिम भरा होता है और उसमें ईस तरह की लापरवाही की गई है,जिस अधिकारी द्वारा ठेका बनाया गया है , ऐसा लगता है उसके द्वारा ठेकेदार को लाभ पहुंचाने और अपने व्यतिगत लाभ के लिए ईस तरह की लापरवाही की गई है, जिससे एक गरीब परिवार का चिराग बुझ गया है,संघ मांग करता है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी और ठेकेदार के ऊपर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए, किंतु बीएसपी प्रबंधन द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है, जिसकी संघ निंदा करता है। संघ ने अपने ज्ञापन के माध्यम से
राज्य सभा सांसद सरोज पांडेय जी से मांग की है कि ईस मामले में सर्वप्रथम मृतक अतिराम के परिवार को तत्काल अनुकंपा नियुक्ति दी जावे और ईस पुरे घटनक्रम के लिए जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो, जिससे भविष्य में किसी ठेका श्रमिक की ठेकेदार और प्रबंधन के अधिकारियों की लापरवाही से अपनी जान न गंवानी पड़े। ज्ञापन सौंपने में मुख्य रूप से जिला मंत्री मुश्ताक अहमद, केन्द्रीय महामंत्री एम पी सिंग, राजहरा शाखा के अध्यक्ष किशोर कुमार मायती, सचिव लखन लाल चौधरी, रामेश्वर साहु, महेंद्र साहु, संतोष देवांगन,और भारतीय मजदूर संघ के राजहरा खदान में कार्यरत ठेका श्रमिक, राजहरा खदान में कार्यरत सुरक्षा गार्ड,आईओसीएल में कार्यरत सुरक्षा गार्ड और संघ के अन्य सदस्य उपस्थित थे।