परिवारवाद के चलते कहीं कांग्रेस का ना हो बंटाधार, पत्नि, बेटों व भाई की दखलअंदाजी से सिस्टम नतमस्तक, पूर्ववती सरकार में सीएम की पत्नी पर लगते थे आरोप

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जगदलपुर। मंत्रियों की कारगुज़ारियों से ईमानदार भूपेश बघेल सरकार को बट्टा लग रहा है दरअसल परिवारवाद की मकड़जाल में जनता तो दूर कांग्रेसी भी छटपटा रहें हैं और इसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को चुनाव में उठाना पड़ सकता है। पूर्ववती रमनसिंह सरकार में सीएम मैडम के किस्से चटकारे लेकर सुनाएं जाते थे लेकिन अब पत्नि,बेटे व भाईयों के किस्से मशहूर हैं।

छत्तीसगढ़ में पंद्रह वर्षों बाद कांग्रेस पार्टी के ऊर्जावान कार्यकर्ताओं व नेताओं की मेहनत के बदौलत बनीं किंतु सत्ता की गर्मी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को छोड़ दिया जाए तो सभी मंत्रियों पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जा रहा है क्योंकि हर कार्य में मंत्रियों के बजाय उनके पुत्र दखल अंदाजी कर रहें हैं जिससे कांग्रेसियों के काम नहीं हो रहा है तो बीजेपी से जुड़े बिचौलियों की चांदी कट रही है। उदाहरण के लिए लिया जाये तो छत्तीसगढ़ सरकार के मलाईदार मंत्री कवासी लखमा किसी भी काम के लिए अपने पुत्र हरीश कवासी से मिलने को कहते हैं और बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमसाय सिंह की पत्नी हर कामों में दखल अंदाजी कर रही है और मंत्री की पीए बनकर अपना व सरकार का उपहास उड़वाया तथा फजीहत होने के बाद भी मंत्री की पत्नी की ही तूती बोलती है। महिला व बाल विकास विभाग मंत्री अनिला भेड़िया के कार्यों पर उनके बेटा जतीन भेड़िया भी दखलअंदाजी के कारण सरकार के लिए मुसीबत बन गए हैं जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण तब देखने को मिला जब बस्तर के आदिवासी नेता व चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम ने विधानसभा में उनकी कारगुज़ारियों को उजागर किया। वहीं वन व विधि मंत्री मोहम्मद अकबर सभी लोगों के चहेते हैं लेकिन उनका कार्य भी उनके भाई करते हैं।

भाजपा शासनकाल में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल में भाजपाइयों के साथ सीएम मैडम की चर्चा कांग्रेसी करते थे किन्तु अब वही कांग्रेसी मुंह छुपाते घुम रहें हैं।