“छात्रों का शिक्षक बनने शिक्षा से वंचित कर रही सरकार, सारी प्रक्रियाओं मान्यतावों के 10 महीने बाद भी आबंटन नही मिलने बीएड कॉलेज में प्राचार्य समेत स्टाफ की नियुक्ति नही हुई”

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कांकेर – अभय शर्मा

कांकेर में छात्र जो शिक्षक बनने बीएड में प्रवेश लेने का मन बनाये हुए हैं, उनकी इस शिक्षा सत्र में भी आश टूटने वाली है| 

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद और बस्तर विवि से मान्यता मिलने के 10 महीने बाद भी शिक्षा महाविद्यालय के नाम पर पुरानी भवन और गेट पर नाम भर लिखकर खंडहर जैसे छोड़ दिया गया है, कॉलेज अपने प्राचार्य स्टाफ और संसाधनों के लिए तरस गया है, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने सत्र 2019- 2020 में कॉलेज शुरू करने की बात कही थी, पर फंड का आबंटन नही होने के कारण, प्राचार्य समेत स्टाफ बिना ,केवल कागज में कॉलेज बना दिया गया जिसमें छात्रों का प्रवेश लेना असंभव है।ऐसी स्थिति में इस सत्र 2020-2021 के लिए भी छात्रों का प्रवेश लेना संभवना नही दिख रही है।

कांकेर की जनता ने  उच्च शिक्षित पूर्व IAS को माननीय विधायक के रूप में चुना है, साथ में कांकेर से ही माननीय मुख्यमंत्री के सलाहकार हुए हैं, परंतु फिर भी सारे प्रक्रियाओं ,मान्यताओं के हो जाने पर केवल फंड नही दिए जाने के कारण अब तक एक भी कर्मचारी की नियुक्ति नही हो पाना ,शिक्षा क्षेत्र में कांकेर को पीछे रखा है।

छत्तीसगढ़ की सरकार का छत्तीसगढ़ जैसे समृद्ध प्रदेश को विकसित राज्य के रूप में तब्दील कर दिया है,  पर प्रदेश में शिक्षक तैयार करने पैसों का आबंटन नही करना |