अन्नदाताओं के समर्थन में नागरनार ब्लॉक के चोकावाडा पंचायत से कांग्रेस की पदयात्रा का हुआ आगाज
जिला कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर नीतियों पर जताई आपत्ति, कहा मोदी सरकार किसानों का अहित कर रही
कांग्रेस ने कहा किसानों के हक की लड़ाई सदन से सड़क तक निरन्तर जारी रहेगी…..
किसानों के समर्थन में निकली कांग्रेस की पदयात्रा का किसानों व ग्रामीणजनों ने किया जगह जगह स्वागत, बच्चों में भी उत्साह देखने को मिला
जगदलपुर – छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पारित कृषि एवं मजदूर विरोधी तीन काले कानून के विरोध में जगदलपुर के नगरनार ब्लॉक में चोकावाडा से पदयात्रा प्रारम्भ हुई । केंद्र की भाजपा सरकार तीन किसान विरोधी बिल पास करके हरित क्रांति को विफल करने की साजिश कर रही है जिसके विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ी संख्या में किसान व खेतिहर मजदूर इन कठोर कानूनों का विरोध कर रहे हैं किंतु केंद्र सरकार किसानों पर लाठियां बरसा कर उनकी आवाजों को कुचलने का प्रयास कर रही है जिसका कांग्रेस सदन से सड़क तक लड़ाई लड़ रही है इसी परिपेक्ष्य में जगदलपुर के नगरनार ब्लॉक के
चोकावाडा,आमागुडा,बहम्नी,जीरागांव,कुम्हली,मारकेल आदि विभिन्न पंचायतों में जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में उपरोक्त बिल का विरोध करते हुए पदयात्रा निकाल कर किसान विरोधी बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।
पदयात्रा में उपस्थित किसानों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि विधेयक को लेकर मचे घमासान के बीच इसे किसान विरोधी करार देते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला केंद्र के इस फैसले का चौतरफा देश में विरोध हो रहा है इस विधेयक से मंडियों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी आज मंडियों के वर्तमान प्रणाली से ऊपज बेचकर किसान खुशहाल जिंदगी जी रहा है कृषि क्षेत्र से जुड़े तीनों विधेयक को लाने की जो साजिश की गई उसे भाजपा का गांव,गरीब और किसान विरोधी चेहरा उजागर हुआ है कांग्रेस ने कृषि और किसानों के हित में इस मसले पर मोदी सरकार का जबरदस्त विरोध किया है और आगे भी पूरी पार्टी देश के किसानों के साथ खड़ी रहेगी इस विधेयक के दूरगामी परिणाम किसानों के लिए अहितकर होने वाले हैं यह एक तरह के परंपरागत कृषि क्षेत्र में बड़े उद्योगपतियों के पदार्पण की आहट है भाजपा की मोदी सरकार देश भर के किसानों के साथ छल कर रही है स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का वादा करने वाली मोदी सरकार ने किसानों से किए वादों को पूरा नहीं कर पाई सस्ता डीजल सस्ती रसायनिक खाद और उत्तम क्वालिटी के बीज सहित किसानों की आय दोगुनी करने का वादा अब तक पूरा नहीं हुआ अब मोदी सरकार के द्वारा लाए गए तीन काले कानून किसानों के लिए काला पानी की सजा का फरमान है जिसमें किसान सिर्फ फसल उगाएगा और फायदा पूंजी पतियों को मिलेगा इस काले कृषि काले कानून के विरोध में कई किसानों ने अपने प्राणों की आहुति तक दे डाली बावजूद उसके मोदी सरकार के कान में जूं तक नही रेंगी दुर्भाग्य है इस देश का आज हमारा देश की अर्धव्यवस्थाअन्नदाताओं के बुनियाद पर टिकी है और सरकार द्वारा उन्हें ही नजर अंदाज किया जा रहा है यह निन्दनीय है।
विधायक व संसदीय सचिव रेखचन्द जैन ने कहा कि यह अध्यादेश भारत के अन्नदाता एवं एक अरब तैतीस करोड़ जनता के भविष्य के साथ खिलवाड़ है भाजपा के एमएसपी का मतलब किसानों को उपज का मिनिमम सपोर्ट प्राइस नहीं बल्कि पूंजीपतियों के लिए मैक्सिमम सपोर्ट इन प्रॉफिट है इस डूबती अर्थव्यवस्था में खेती ही एकमात्र ऐसा सेक्टर है जो देश की बिगड़ी और गिरती अर्धव्यवस्था को सुधारने में कारगर साबित हो सकती है इसके लिए किसानों की मनोदशा सुधरे या बिगड़े केंद्र की भाजपा सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि विधेयक को लेकर मचे घमासान के बीच इसे किसान विरोधी करार देते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और किसान संगठनों से कोई चर्चा या सलाह किए बिना यह विधेयक लाया है केंद्र सरकार के इस फैसले का चौतरफा देश में विरोध हो रहा है इस विधेयक से मंडियों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी आज मंडियों के वर्तमान प्रणाली से ऊपज बेचकर किसान खुशहाल जिंदगी जी रहा है कृषि क्षेत्र से जुड़े तीनों विधेयक को लाने की जो साजिश की गई उसे भाजपा का गांव,गरीब और किसान विरोधी चेहरा उजागर हुआ है कांग्रेस ने कृषि और किसानों के हित में इस मसले पर मोदी सरकार का जबरदस्त विरोध किया है और आगे भी पूरी पार्टी देश के किसानों के साथ खड़ी रहेगी ।
महापौर सफिरा साहू , सभापति कविता साहू ,ए आई सी सी सदस्य सामु कश्यप ने अपने उदबोधन में कहा कि इस विधेयक के दूरगामी परिणाम किसानों के लिए अहितकर होने वाले हैं यह एक तरह के परंपरागत कृषि क्षेत्र में बड़े उद्योगपतियों के पदार्पण की आहट है बीते 6 साल से भाजपा की मोदी सरकार देश भर के किसानों के साथ चल कर रही है स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का वादा किया था मगर मोदी सरकार ने किसानों से किए वादों को पूरा नहीं कर पाई सस्ता डीजल सस्ती रसायनिक खाद और उत्तम क्वालिटी के बीज सहित किसानों की आय दोगुनी करने का वादा अब तक पूरा नहीं हुआ अब मोदी सरकार के द्वारा लाए गए तीन काले कानून किसानों के लिए काला पानी की सजा का फरमान है जिसमें किसान सिर्फ फसल उगाएगा और फायदा पूंजी पतियों को मिलेगा।
यह रहे मौजूद…
इस पदयात्रा में यशवर्धन राव ,उदय नाथ जेम्स,सूर्या पाणी,शुभम यदु , राजेश राय,विक्रम डांगी, संतोष सेठिया,,वीरेंद्र साहनी,राजेश चौधरी, जीशान कुरैशी, योगेश पानीग्राही,लैखन बघेल, सिया राम नाग, घनश्याम महापात्र, डमरू धर बघेल,हरिनाथ देवांगन,कोमल सायं बघेल,विजय विसाई, निरालंब , वैधनाथ नाग,अपर्णा बाजपेई, गायत्री मगराज सामु कश्यप,हेमू उपाध्याय, अजय बिसाई, ,संजू जैन,सुशील मौर्य, अवधेश झा,जावेद खान,राम साहू,,इश्वर बघेल, बेनी फर्णाडिस कुलदीप भदौरिया, विनोद कुकडे, जाहिदद हुशैन, अल्ताफ हुसैन,तरनदीप सिंह सहित कार्यक्रम में प्रदेश/जिला/ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी/सेवादल, महिला कांग्रेस/युवक कांग्रेस/एनएसयूआई सहित अन्य प्रकोष्ठ/विभाग के अध्यक्ष व पदाधिकारीगण/सोशल मीडिया के प्रशिक्षित सदस्यों सदस्यगण/नगर निगम/त्रि-स्तरीय पंचायत के जनप्रतिनिधि/सहकारिता क्षेत्र के पदाधिकारियों वरिष्ठ कांग्रेसजन व कार्यकर्ता सहित किसान साथी उपस्थित थे।