सब पर भारी, बस्तर की आवाज़ हमारी…लोकसभा में गूंजा छत्तीसगढ़ का दबंग स्वर

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जगदलपुर – अर्जुन झा
बस्तर सांसद दीपक बैज ने लोकसभा में बजट का विरोध करते हुए जिस दबंग स्वर में छत्तीसगढ़ मॉडल को पेश किया, वह बस्तर अंचल के लोगों के साथ ही पूरे राज्य के दिल को छू गया। युवा सांसद ने अपने धाराप्रवाह भाषण में बस्तर के ठोस इरादों और बेधड़क अंदाज की छाप छोड़ दी। छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के दो और केंद्रीय सत्ताधारी भाजपा के नौ लोकसभा सांसद हैं। भाजपा के सांसदों से स्वाभाविक तौर पर यह उम्मीद नहीं रहती कि वे राज्य के हित में पैनेपन के साथ सामने आएंगे या अपनी ही केंद्र सरकार को आइना दिखाएंगे। वे दलीय मर्यादा से बंधे हैं। कांग्रेस के दो सांसद संख्या बल की परवाह न करते हुए राज्य की भावना व्यक्त करते रहते हैं। बस्तर के युवा और जुझारू सांसद दीपक बैज ने लोकसभा में लगातार सक्रिय रहकर यह साबित कर दिया है कि बात दमदारी से रखी जाय तो वह असर दिखाती है।

बस्तर सांसद दीपक बैज उस कहावत के अपवाद हैं कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता। वे अकेले ही सत्ता पक्ष पर भारी पड़ जाते हैं। तथ्यों के आधार पर रखी गई किसी बात को आखिर कहां तक अनसुना किया जा सकता है। बस्तर की आवाज को केंद्र सरकार चाहे सुने अथवा न सुने, बस्तर और छत्तीसगढ़ ने सुन लिया कि उसका नया बस्तर टाइगर किस तरह दहाड़ता है। बजट पर बहस में हिस्सा लेते हुए बस्तर सांसद दीपक बैज ने जिस तरह महंगाई, पेट्रोल डीजल की कीमतों, रसोई गैस के दाम से लेकर नगरनार स्टील प्लांट के विनिवेश मामले को उठाने के साथ ही राज्य की भूपेश बघेल सरकार की नीतियों का हवाला देते हुए केंद्र सरकार से उनका अनुसरण करने कहा, वह बता गया कि छत्तीसगढ़ के खून में कितनी गर्मी है, कितना फौलाद भरा हुआ है।

राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों को लेकर कांग्रेस सरकार की जिन नीतियों को अपनाने की जरूरत बताते हैं, उन्हें लोकसभा में बजट पर बहस के दौरान सांसद दीपक बैज ने सलीके से पेश किया है। इससे सारे देश में यह संदेश गया है w छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार किसानों के मामले में कितनी संवेदनशील है। निजीकरण का विरोध करते हुए उन्होंने बस्तर के नगरनार स्टील प्लांट को लेकर जिस बेबाकी से बस्तर, छत्तीसगढ़ और यहां की सरकार का पक्ष रखा, वह काबिले तारीफ है।लोकसभा में दीपक बैज के परफार्मेंस से कांग्रेस तो गदगद हो ही सकती है, राज्य की जनता को भी अहसास हो गया है कि बस्तर में राजनीति का एक ऐसा बलशाली शेर प्रकट हो गया है जो पूरे छत्तीसगढ़ की हुंकार दिल्ली को सुना सकता है।